जिला चिकित्सालय का शुक्रवार को
दो डॉक्टरो की टीम फिर करेगी निरीक्षण
अनूपपुर। भोपाल ने अपनी ही टीम के अंकों पर शंका जाहिर करते हुए पुन:निरीक्षण
कराने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए अब जबलपुर की टीम भोपाल की विशेष जांच टीम के
रूप में 7 फरवरी को पुन:जिला चिकित्सालय के कायाकल्प का निरीक्षण करेगी।
गत 23
जनवरी को भोपाल की ओर से रीवा से आई जांच टीम ने निरीक्षण किया था। जिला प्रशासन
की अगुवाई में जिला चिकित्सालय में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 60 लाख
की लागत से पिछले तीन माह में कायाकल्प के प्रावधानों के अनुरूप बदली काया को
भोपाल जांच टीम द्वारा दिए गए अंकों पर अब संचालनालय भोपाल ने आपत्ति जताई है।
शुक्रवार को क्वालिटी एश्योंरेंस एवं कायाकल्प की
प्रशिक्षित टीम के असेसनर के रूप में डॉ.नीरज निगम एवं डॉ.संजय मिश्रा रहेंगे।
बताया जाता है कि इससे पूर्व जांच टीम में डॉ.महेन्द्र श्रीवास्तव तथा डॉ.हेमंत
अग्रवाल ने जिला चिकित्सालय के पदाधिकारियों के साथ निरीक्षण करते हुए विभागों में
कार्यरत कर्मचारियों से कार्य को लेकर उनसे पूछताछ की थी। जांच टीम अधिकारियों ने
अपने निरीक्षण में जिला चिकित्सालय में बदली गई काया पर संतोष जाहिर करते हुए
व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई थी। साथ ही कहा था कि यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि
है। कम समय में एक सीएचसी की पुरानी बिल्डिंग को जिला चिकित्सालय में परिणत कर
आधुनिक व्यवस्था में तब्दील करना बड़ी चुनौती थी, बावजूद जिला प्रशासन के
सहयोग व स्वास्थ्य अधिकारियों की टीमवर्क ने बेहतर कार्य किया है जो प्रशंसनीय है।
इससे पूर्व 21 जनवरी
को शहडोल की टीम ने जिला चिकित्सालय की कायाकल्प का प्री मूल्यांकन कर कमियों को
दूर करने के निर्देश दिए थे। संचालनालय का कहना है कि इससे पूर्व 4 माह
में जिला अस्पताल की ऐसी स्थिति नहीं थी, और जांच टीम द्वारा जो
अंक दिए गए हैं यह आश्चर्य की बात है। इसकी जांच परख के उपरांत ही जिला अस्पताल को
दिए गए अंको पर सहमति बनेगी। संचालनालय को आशंका है कि जिला अस्पताल में इतना
कायाकल्प नहीं हुआ है जितना टीम द्वारा अंक दिया गया है। वहीं भोपाल द्वारा दोबारा
जांच निरीक्षण के दिए निर्देश में कलेक्टर डॉ. चंद्रमोहन ठाकुर ने गुरूवार को जिला
चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान परिसर के नेत्र विभाग, डॉक्टर
कक्ष, नि:शुल्क
दवा वितरण केन्द्र, ड्रेसिंग
रूम, मरीज
भर्ती वार्ड, नर्स
स्टाफ रूम, सुविधाघर, मेटरनिटी
विंग, ऑपरेशन
थियेटर, टीबी
वार्ड, सिकलसेल
वार्ड, एसएनसीयू
वार्ड,पेड्रियाट्रिक
वार्ड, महिला
वार्ड सहित मर्चुरी थियेटर व ट्रामा सेंटर बिल्डिंग में संचालित पोषण पुर्नवास
केन्द्र का निरीक्षण किया। जहां मरीजों ओटी कक्ष के सामाने भर्ती वार्ड में मरीज
के बिस्तर पर पुराने दिन के चादर बिछे पाने पर नोडल अधिकारी को फटकार लगाई। साथ ही
समस्त नोडल अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों के अनुसार ही जिला चिकित्सालय की
व्यवस्थाओं को बनाए रखने के निर्देश दिए। इस मौके पर कायाकल्प नोडल अधिकारियों की
समीक्षा बैठक लेते हुए बताया कि पूर्व की टीम द्वारा लगभग शत प्रतिशत अंक के आसपास
अंक प्रदान किए गए थे, जिसपर
शासन को अंकों को लेकर आपूर्ति है और इसी शक को दूर करने पुन: निरीक्षण करना चाहती
है। इसके लिए जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को
निर्वहन करते हुए कायाकल्प के प्रावधानों के अनुरूप व्यवस्थाएं बनाए रखें।
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