नलजल योजना में कार्यरत चौकीदार
ने 16
माह के मानदेय दिलाने की अपील
अनूपपुर। रमसा बालिका छात्रावास कोतमा में दालचंद महरा चौकीदार के पद पर कार्यरत
था। जिसे बिना कारण 31 दिसम्बर 2019 को शिक्षा विभाग द्वारा सेवा निवृत्ति
का आदेश दे दिया गया है। चौकीदार का कहना है कि यह विधि संगत नहीं है। जबकि मेरा
स्कूल में दाखिल खारिज पंजी के अनुसार जन्मतिथि 8 जनवरी 1972 है।
इसके अनुसार मेरी सेवा निवृत्ति वर्ष 20134 में पूर्ण हो रहा है। जनसुनवाई
में चौकीदार अपर कलेक्टर बीडी सिंह से बताई। चौकीदार ने बताया कि मैंने पूर्व में
भी आवश्यक कार्रवाई के लिए जनसुनवाई में आवेदन दिया था, बावजूद आजतक
कार्रवाई नहीं हो सकी है। एक ओर 14 साल पूर्व सेवा निवृत्ति का आदेश और
दूसरी ओर विभागीय अधिकारी द्वारा कारणों पर कोई जानकारी नहीं दिए जाने के कारण
परिवार के भरण पोषण में अब समस्या आने लगी है। जब शासन से स्वेच्छा सेवानिवृत्ति
के प्रावधान रखे हैं और हमने अबतक कोई आवेदन नहीं दिया है। वहीं दुलहरा गांव
निवासी नलजल योजना में चौकीदार पद पर कार्यरत ग्रामीण ने वर्ष 2019 और 2019 व 2020 तक
कुल 16 माह के मानदेय भुगतान कराने की मांग की है। चौकीदार का कहना
है कि वह नलजल योजना में वर्ष 2016 से पम्प चालन पानी वितरण व चौकीदारी
सहित रात के समय पानी टंकी भरने का कार्य करते हुए ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल
आपूर्ति कराता आया है। वर्ष 2018 में 9 माह का
भुगतान प्राप्त हुआ। इसके बाद शेष माह का भुगतान रूका है। मुझे पेयजल उप समिति के
निर्णय के अनुसार पम्प चालन सहित अन्य कार्यो के लिए 24 घंटे कार्य
का आदेश दिया गया था। पेयजल उपसमिति द्वारा 300 रूपए प्रदान
किया जाता था।
नर्मदा वृक्षारोपण का नहीं मिली
मजदूरी
धीरजलाल ने जनसुनवाई के दौरान
नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान हुए पौधारोपण में पंचायत द्वारा अबतक भुगतान नहीं किए
जाने की शिकायत की है। जिसमें धीरजलाल ने बताया कि ग्राम करौंदा टोला पुष्पराजगढ़
स्थित राजस्व भूमि खसरा नम्बर 342, 343, 423 पर सघन सरई
के पेड़ हैं जिसकी सुरक्षा वह पिछले 10 वर्षो से करता आ रहा है। नर्मदा
सेवा यात्रा के दौरान ६२५ पौधों का रोपण भी किया था। जिसमें प्रथम वर्ष की राशि
मिली है लेकिन उसके बाद की राशि नहीं दिया जा रहा है। खसरा नम्बर 343 में
पौधारोपण होना था जहां एक पौधा नहीं है। जिसकी जांच कराई जाए।
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