630 किसानों के
पंजीयन में जांच कर कलेक्टर ने मांगा प्रतिवेदन
अनूपपुर। नागरिक आपूर्ति विभाग और खाद्य विभाग के अधिकारियों को समय सीमा की बैठक
में सोमवार 17 फरवरी को कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाते हुए जांचकर दोषी बताने
के निर्देश दिये है। साथ ही मामले को गम्भीर बताते हुए राजस्व एवं खाद्य विभाग की
संयुक्त जांच टीम के गठन के की बात कहीं है। जांच दल में सम्बंधित एसडीएम, तहसीलदार
एवं खाद्य विभाग के अधिकारी शामिल करते हुए कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट कहा है कि
खाद्यान्न की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी स्वीकार नहीं की जाए। अमानक पाए
जाने पर गेहूं के आयात को निरस्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही कलेक्टर ने आगामी
वर्ष में गुणवत्तापूर्ण गेहूं सुनिश्चित करने के लिए अभी से कार्ययोजना एवं
सम्बंधित स्तर पर पत्राचार करने के निर्देश दिए हैं। जनवरी और फरवरी माह के दौरान
पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश पीडीएस दुकानों एवं राजेन्द्रग्राम
वेयरहाउस भंडारण केंद्रो में हजारों की मात्रा में अमानक चावल और गेहूं की भेजी गई
खेप पर अब जिला प्रशासन ने गम्भीरता दिखाई है।
जिले में गेहूं का कम उत्पादन
होने के कारण जिले की मांग की पूर्ति में गेहूं का अन्य जिलों से आयात किया जाता
है। वर्तमान वर्ष में अमानक गेहूं की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए आगामी वर्ष में
जिन जिलों से गेहूं का आयात किया जाता है, उन जिलो में उपार्जन के दौरान ही
गेहूं का परिवहन करके अनूपपुर में भंडारण किया जाएगा, ताकि
खाद्यान्नों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। कलेक्टर ने खरीफ फसल के उपार्जन की समीक्षा के दौरान उपार्जित
धान के भंडारण एवं भुगतान के लिए आवश्यक निर्देश दिए है। इस दौरान कलेक्टर ने 630
किसानों जिनके पंजीयन के सम्बंध में अनियमितता की समस्या सामने आई है पर जांच कर
प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए है। साथ ही उनसे हुई खरीदी हुई धान के भुगतान की
व्यवस्था बनाने की बात कही है। ज्ञात हो कि अमानक 3754 क्विंटल
चावल और 6 ट्रक 1893 क्विंटल गेहूं जैसे आवश्यक खाद्यान्नों
के राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस में भंडारण तथा एसडीएम व नागरिक आपूर्ति विभाग
प्रबंधक द्वारा खराब पाते हुए भी पीडीएस दुकानों में वितरण पर रोक लगाई हुए नागरिक
आपूर्ति विभाग प्रबंधक से उसे हटाने के निर्देश दिए थे। लेकिन नागरिक आपूर्ति
विभाग प्रबंधक द्वारा उसे अपग्रेडेशन करने के उपरांत उसके वितरण का आश्वासन दिया
गया था। बावजूद नागरिक आपूर्ति विभाग प्रबंधक ने वेयरहाउस जेएसओ राजेन्द्रग्राम को
कोई लिखित आदेश जारी किए चावल को बिना अपग्रेडेशन कराए पीडीएस दुकानों पर वितरण
कराने का अप्रत्यक्ष आदेश जारी रखा। जिसमें अमानक चावल की खेप हितग्राहियों के
थालियों तक पहुंचने लगी। आलम यहां तक पहुंचा कि करौंदी गांव की दुकान पर पहुंचे
चावल की खराब खेप को ग्रामीणों ने लेने से ही इंकार कर दिया। 13 और 14
फरवरी को नागरिक आपूर्ति विभाग ने सजहा गोदाम से 8 ट्रक गेहूं
से लदा अमानक गेहूं का खेप राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस भेजा था। जिसमें वेयरहाउस
गोदाम के कर्मचारियों ने कीड़ायुक्त आटा फार्मेशन की गेहूं को उतारने से इंकार
करते हुए इसकी सूचना नागरिक आपूर्ति विभाग को दी, 15 फरवरी को
दोपहर जांच में पहुंचे नान प्रबंधक ने आनन फानन में 6 ट्रक पर लदे
1863
क्विंटल गेहूं को खराब बताते हुए वापस सजहा गोदाम भेज दिया। विदित हो कि इनमें
शामिल एक ट्रक 12 फरवरी को गेहूं लोडकर बाल गोंविद वेयरहाउस अनूपपुर पहुंचा था,
जिसे
वेयरहाउस के कर्मचारियों ने अमानक बताते हुए उसे वापस लौटा दिया था। लेकिन अगले
दिन अन्य ट्रकों के साथ ट्रक क्रमांक एमपी 18 जीए 2888
अमानक गेहूं लोड किए सजहा गोदाम की जगह राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस पहुंच गया था।
छूटे कैसे 630
किसान,जांच कर बताए दोषी कौन
2 दिसम्बर से लेकर 20
जनवरी तक हुई धान खरीदी में विभाग द्वारा अंतिम तिथि को हुई धान खरीदी और 630
किसानों के 31 हजार क्विंटल धान बेचने के बाद शासकीय पोर्टल से गायब मिलने
की शिकायत पर कलेक्टर ने अब विभाग को फटकार लगाते हुए खाद्य विभाग को जांचकर दोषी
कौन बताने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि पूर्व में कलेक्टर द्वारा मांगी गई
जानकारी में 2114 किसानों की जगह 1484 किसानों की सूची क्यों दी गई। 630
किसानों की सूची क्यों छिपाया गया। वहीं कलेक्टर ने जांच में लापरवाही करने पर
नोटिस जारी करने की भी चेतावनी दी है।
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