अनूपपुर। सब्जी मंडी मुख्य बाजार क्षेत्र तथा आबादी वाले स्थल से दूर मीट बाजार को
बसाने की प्रक्रिया में पिछले तीन साल बनी दुकानों के अबतक संचालन नहीं होने
पर 15 फरवरी को
एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी नपा अनूपपुर अमले के साथ मीट बाजार का निरीक्षण किया।
जहां बनी दुकानों की जांच पड़ताल करते हुए वहां बनी पानी, बिजली और
कचरा संग्रहण की व्यवस्था का जायजा लिया। उपभोक्ताओं को बाजार क्षेत्र तक पहुंचने
में कोई परेशानी न हो सड़क सहित आसपास के क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। एसडीएम
ने बताया कि वर्तमान में 4 दुकानें नगरपालिका द्वारा आवंटित है।
शेष 8 अन्य दुकानों को आवंटन कराने की प्रक्रिया पूरी कराते हुए
आगामी बुधवार 19 फरवरी से मीट बाजार संचालित कराने के प्रयास कराए जाएंगे।
हालांकि एसडीएम ने बताया कि अभी सभी दुकानदारों ने मीट बाजार में ही दुकानों के
संचालन पर सहमति दी है। लेकिन प्रयास होगा कि दुकानदार नियमित रूप से सब्जी मंडी
की बजाय मीट बाजार में ही मीट दुकानों का संचालन करें। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी
को मीट बाजार संचालन के लिए नगरपालिका अध्यक्ष रामखेलावन राठौर, उपाध्यक्ष
राकेश गुप्ता सहित थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय व मीट विक्रेताओं की बैठक आयोजित हुई
थी। जिसमें मीट विक्रेताओं ने दुकान स्थानांतरण पर सहमति प्रदान की थी। विदित हो
कि नगरपालिका अनूपपुर द्वारा वर्ष 2017 में 9 दुकानदारों
को दुकान खोलने आवंटन कराया गया था। जिसमें 4 दुकानें
आवंटित हो सकी थी। 4 लाख की लागत से बनाए गए मीट शॉपिंग कम्पलेक्स के बाजार
क्षेत्र से दूर चंदास नदी के किनारे बनाए जाने से व्यवसायी उत्साहित नहीं थे।
जिसके कारण पिछले तीन साल से निर्माणाधीन 4 बंद (शटरयुक्त) दुकान के साथ
खुली दुकान पर वीरानी छाई हुई रही।
एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने
बताया कि मीट बाजार क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है। सभी सुविधाएं मौजूद है। मीट
विक्रेताओं ने दुकानों के स्थानांतरण पर सहमति दी है। जल्द ही वहां दुकानें
संचालित करवा दी जाएगी।
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