रात से लेकर दोपहर तक रहा कोहरे
का असर, सड़कें रही सूनी
अनूपपुर। उत्तर भारत में हुई बर्फबारी और सर्द
हवाओं का असर मध्यप्रदेश की पूर्वी सीमा अनूपपुर जिले को भी प्रभावित किया है,
जहां
मकर संक्रांत के उपरांत ठंड समाप्ति की सम्भावनाएं जताई जा रही थी। लेकिन अचानक
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न हवा के दबाव में मंगलवार को दिनभर हुई बारिश और
पूर्व से बह रही बर्फीली हवाओं के थपेड़े बाद ठंड ने पुन:वापसी बना ली है। मंगलवार
की सुबह बदले मौसम के मिजाज में दिनभर रिमझिम बारिश की बौछार गिरती रही। वहीं शाम
को कोहरे की सफेद चादर ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को अपनी आगोश में सिमेट लिया।
जिसके कारण शाम से छाने वाला कोहरा रात को अधिक घना और गहरा को गया। आलम यह रहा है
कि कोहरा अगले दिन सुबह से लेकर दोपहर तक हावी रही।
दोपहर को नागरिकों व वाहन
चालकों ने राहत महसूस की। सुबह न्यून विजिबिलिटी होने के कारण सड़कों पर 10 मीटर
का फासला भी स्पष्ट नजर नहीं आ रहा था। अनूपपुर जिला मुख्यालय की सभी सड़कें वीरान
पड़ी थी। सड़कों पर एक्का दुक्का वाहनों की आवाजाही हो रही थी। कोहरे के कारण
लोगों का चहल-पहल भी नाममात्र रहा। कोहरे का असर रेलवे स्टेशनों और बस परिवहन पर
भी दिखने को मिला, जहां प्लेटफार्म से लेकर पटरी तक धुंधली नजर आ रही थी। बसों के
साथ ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित मानी गई है। यह स्थिति सुबह 6 बजे
से लेकर दोपहर 12 बजे तक बनी रही। इसके बाद आसमान से सूरज की किरणों ने धरती पर
सुनहरी धूप डाला, लेकिन ठंड और हवाओं के कारण खिली धूप भी नरम नजर आई। हालांकि
ठंड का यह प्रभाव मंगलवार की सुबह बारिश होने के साथ महसूस की जाने लगी थी। लेकिन
जैसे जैसे शाम और रात बढऩे लगी कड़ाके की ठंड ने लोगों को घरों में ही रहने को
मजबूर किया। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 23 डिग्री तो
रात का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
अधीक्षक भू-अभिलेख विभाग अधिकारी एसएस मिश्रा का कहना है कि उत्तर भारत में हुई
बर्फबारी और सर्द हवाओं के कारण यहां के मौसम में यह बदलाव आया है। अभी कोहरे से
राहत नहीं मिलेगी, आसमान पर भी हल्की बादल छाए हुए हैं, बारिश की
सम्भावना जताई जा रही है। अगर बारिश होगी तो मौसम में ठंड का प्रभाव अधिक बढ़
जाएगा, कोहरे से थोड़ी राहत मिलेगी। फिलहाल घने कोहरे से बुधवार को
जिलेभर का जनजीवन प्रभावित रहा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें