इंगांराजवि
के ११ वां स्थापना दिवस समारोह में

कुलपति
प्रो.टी.वी.कटटीमनी ने कहा कि विश्वविद्यालय देशभर के प्रतिभावान छात्रों के लिए
प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के सपने को साकार कर रहा है। परिसर में
पूरी तरह से आवासीय आदिवासी शिक्षा का (ट्राइबल मॉडल) स्कूल इसी सत्र से कार्यरत
हो जाएगा जबकि विश्वविद्यालय में सात नए विभागों को खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है, जिससे विश्वविद्यालय
को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जा सके। देशभर से आए शिक्षक और छात्र इस प्रगति के
साक्षी बन रहे हैं। उन्होंने सभी को पूरी मेहनत के साथ प्रगति के नए पथ पर आगे
बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व प्रो. व्योमकेश त्रिपाठी ने
विश्वविद्यालय की स्थापना से अब तक के चुनौतीपूर्ण सफर का जिक्र करते हुए आशा
प्रकट की कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय देश के चुनिंदा उच्च शिक्षा केंद्रों में
शामिल हो जाएगा। कुलसचिव प्रो.किशोर गायकवाड़ ने भी विचार रखे। इस अवसर पर छात्रों
की ओर से रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। अंत में अतिथियों ने सांस्कृतिक और खेल
प्रतियोगिता विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया।
आदिवासी
शिक्षा का स्कूल की शुरूआत इसी सत्र से
अनूपपुर।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक ने गुरुवार को ११वां
स्थापना दिवस समारोह रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मनाया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद
अजय प्रताप सिंह ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों का आह्वान किया कि वे
शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर मध्यप्रदेश को एक नई पहचान देने में
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करे। मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और
छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अमरकटंक क्षेत्र की पहचान नर्मदा
माता के उद्गम के साथ ही विश्वविद्यालय से भी होने लगी है। उन्होंने विश्वविद्यालय
का आह्वान किया कि वह जनजातियों के विकास और उनकी संस्कृति के संरक्षण में
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करे। उन्होंने कहा कि समाज को एकजुट करने में संस्कार और
प्रथाओं की सदैव उपयोगिता रही है जिसे पुर्नस्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने
दुनियाभर में हो रही प्रगति के बारे में निरंतर ज्ञान अर्जित करने और स्वयं के
दृष्टिकोण को इसी के अनुरूप विकसित करने को कहा।
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