अतिक्रमण को
बढ़ावा देने नगरीय एवं पुलिस प्रशासन की अनदेखी

स्टेशन चौराहे
का हाल बेहाल
एक ओर जहां
पुलिस प्रशासन सड़क के किनारे लगे दुकानो के कारण उत्खनन हो रही यातायात समस्या
गंभीर बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर स्टेशन
तक आने जाने वाले ऑटो रिक्शा, चार पहिया व दो पहिया
वाहन एवं यात्रियो सहित अन्य राहगीरो को आवागमन में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अनूपपुर
रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर लगे हाथ ठेला के कारण जहां अपना कब्जा किए हुए है।
रसूखदारो के
कब्जे में अस्थाई चौपाटी
मुख्य मार्ग को
अतिक्रमण से मुक्त रखने हेतु नगरपालिका द्वारा अस्थाई तौर पर नगर के हाथ ठेला
फुटकर व्यापारी के लिए शेड का निर्माण कर उन्हे आवंटित किया गया। जिसमें ३५
चिह्नित हथठेला संचालकों को शेड के अंदर अपनी के दुकान संचालन के लिए निर्देश दिए
थे। लेकिन कुछ दिनों बाद रसूखदार व्यापारियों ने ठेला संचालकों को वहां से हटाते
हुए अपनी पुरानी स्थाई दुकान फिर से जमा ली। जिसके कारण हथठेला संचालक जगह के अभाव
में मुख्य मार्ग किनारे अपनी दुकानों का संचालन करने को विवश है।
कैसे यातायात
व्यवस्था होगी सुचारू
रेलवे स्टेशन
अनूपपुर के मुख्य द्वार पर लगे हाथ ठेला संचालको की मनमानी इतनी बढ़ गई है, कि उन्हे नगर की यातायात व्यवस्था से किसी तरह का सारोकार नही है, वहीं यातायात व्यवस्था बाधित होने वाले नगर के मुख्य मार्ग पर ही पुलिस एवं
यातायात विभाग के साथ ही नगर पालिका द्वारा अपना पल्ला झाड़ लिया है। जिसके कारण
स्टेशन के मुख्य द्वार पर ही लगे हाथ ठेला संचालको द्वारा मुख्य मार्ग में ही अपनी
दुकान सजा ली है, वहीं इन दुकानो के
संचालन के कारण शाम के समय आसामजिक तत्वो द्वारा ढेरा डला रहता है।
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