कॉलरी के पाईप
लाइन से लीकेज पानी का उपयोग कर बुझा रहे प्यास
अनूपपुर। ग्राम पंचायत बनगवां में निवासरत ३ हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में जहां
पेयजल के लिए अब तक कोई भी साधन नही है। जिसके कारण बैगा व आदिवासी वर्ग सहित
कॉलरी कर्मचारी लगभग १ किमी की दूरी पर स्थित खोंगापानी खदान से राजनगर तक बिछी
पाईप लाईन के बीच में लीकेज पानी का उपयोग कर अपनी प्यास बुझा रहे है। वहीं पंचायत
द्वारा बस स्टैण्ड राममंदिर के पास स्थित अन्य ३ पंचायत के कुओ में कॉलरी प्रशासन
द्वारा पाईप लाईन बिछाकर पानी डाला जाता है। लेकिन जल स्तर नीचे होने के कारण कुआं
का पानी सूख जाता है। जिससे ग्रामीणो में परेशानी बनी हुई है।
दूषित पेयजल
पीने को विवश
ग्राम पंचायत
बनगवां में निवास रत ३ हजार की आबादी वाले इस गांव में जहां कॉलरी के द्वारा
राजनगर तक बिछाई गई पाईप लाईन से आने वाले दूषित व काला पानी पीने को मजबूर है।
लेकिन इस ओर न तो पंचायत द्वारा किसी तरह का ध्यान दिया जा रहा है और न ही प्रशासन
द्वारा, जिसके कारण यहां निवास कर रहे संरक्षित
बैगा परिवार तथा कॉलरी कर्मचारी पेयजल के लिए लगातार परेशान है। लगभग १ किमी का
सफर तय कर ग्रामीण पेयजल के लिए भटकते रहते है।
पेयजल के नही
साधन, कुएं व हैण्डपंप सूखे
बनगवां पंचायत
में जहां जल स्तर नीचे चले जाने के कारण लोगो को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा
है। वहीं गांव में स्थित कुएं सूख जाने के कारण लोगो को पेयजल के लिए भटकना पडता
है। वहीं संरक्षित जाति मूलभूत सुविधाओ के लिए तरस रही है। जिसके कारण ग्रामीण
दूषित व संक्रमित पेयजल पीने को मजबूर है। लगातार पेयजल के लिए तरह रहे ग्रामीणो
के लिए अब तक जिला प्रशासन द्वारा कोई भी वैकल्पि व्यवस्था नही बनाई है। वहीं जल
स्तर में गिरावट होने के कारण हैण्ड पंप भी पूरी तरह से सूखे पड़े है।
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