अनूपपुर। पुलिस अधीक्षक हितेश
चौधरी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा के निर्देशन में ग्राम पंचायत
फुनगा के ग्राम पाली नेशनल हाईवे मुख्य मार्ग में तीन से चार जगहो पर चल रहे देह
व्यापार का अमरकंटक पुलिस ने खुलासा किया। जहां पुलिस ने 6 लोगो को गिरफ्तार
कर उनके खिलाफ धारा 363, 366
क, 668, 370(4), 376 (2)एन, 376 (2) आई, 34 आईपीसी तथा 3, 4 पॉस्को एक्ट तथा
एसटीएससी की धारा 3, 2, 5
के तहत मामला कायम कर मामले की विवेचना की जा रही है। जानकारी के अनुसार मामला का
खुलासा 3
जनवरी को गुमशुदा हुई 12
वर्षीय आदिवासी नाबालिग से हुआ। जहां नाबालिग ने अपने देह व्यापार में फंसे होने
के साथ पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया।
अमरकंटक थाना क्षेत्र अंतर्गत बरातीदादर में निवास करने वाली 12 वर्षीय नाबालिग के
गुमशुदगी की शिकायत परिजनो द्वारा 3
जनवरी को थाने में दर्ज कराई, जिस
पर पुलिस ने धारा 363
के तहत मामला पंजीबद्ध कर नाबालिग की तलाश में जुट गई। जहां मुखबिर की सूचना पर
अमरकंटक पुलिस ने 9
अप्रैल को ग्राम पंचायत फुनगा के ग्राम पाली से नाबालिग को अपने सुपुर्द में ली।
जहां देह व्यापार में फंसी नाबालिग ने इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया। जिस पर
पुलिस ने 6
आरोपी जिनमें मंजू गोड़ पति मनीष गुप्ता, नवल गोड़ पिता कुंवर
ङ्क्षसह गोंड, रामबाई
पति रज्जू केवट, मंजली
जोगी पति अशोक कुमार जोगी, मनीष
गुप्ता एवं ललिता गोंड को गिरफ्तार किया गया। जो की ग्राम पाली के आसपास देह
व्यापार में संलिप्त रहे।
10
वर्षो से चल रहा था खेल
जानकारी के
अनुसार 10
वर्ष पूर्व मंजू गोड निवासी सरई थाना करनपठार जो कि अपने घर से भागकर ग्राम पाली
निवासी मनीष गुप्ता से मिली, जहां
उसने मनीष गुप्ता से शादी की तथा अपनी बहन ललिता गोंड को बहला फुसला कर अपने साथ
ग्राम पाली ले आई और देह व्यापार कराने लगी। वहीं ललिता के परिजनो ने शिकायत थाना करनपठार
में की गई, जिसके
बाद पुलिस ने ललिता को मनीष एवं मंजू के पास अपने में सुपुर्द में लेते हुए दोनो
को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। वहीं जेल से छुटने के बाद मंजू ने फिर से
अपने ही गांव की उर्मिला गोंड, राखी
यादव तथा पूजा पनिका को लाकर देह व्यापार किया गया जिसकी शिकायत पर भी थाना
करनपठार ने उन्हे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
12
वर्षीय नाबालिग से कराया देह व्यापार
जानकारी के
अनुसार अमरकंटक थाना क्षेत्र अंतर्गत बरातीदादर के पास निवासी करने वाली १२ वर्षीय
नाबालिग की गुमशुदगी की शिकायत उसके परिजनो द्वारा 3 जनवरी को थाने में दर्ज कराई। जिस पर
पुलिस ने 8
अप्रैल को फुनगा ग्राम पंचायत के ग्राम पाली से अपने सुपुर्द में लिया, जहां नाबालिग ने
बताया कि उसकी पडोस में रहने वाली ललिता गोंड ने उसे बहला-फुसला कर उसे अपनी बहन
मंजू गोंड को फोन कर बुलाया। जहां पर 22
दिसम्बर 2017
को मंजू, मनीष, लाला केवट एवं नवल
सिंह गोंड सफेद रंग की कार से पहुंचे तथा उसे अपने साथ ग्राम पाली ले आए तथा मनीष
गुप्ता, नवल
ङ्क्षसह गोंड तथा लाला केवट द्वारा उसके साथ दुष्कर्म किया और कुछ दिनो बाद बाहर
से लडके बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म कराते रहे।
मुखबिर से
मिली थी सूचना
अमरकंटक थाने
में दर्ज गुमशुदगी पर 12
वर्षी नाबालिग की पतासाजी में लगी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस
अधीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अमरकंटक पुलिस की टीम गठित कर
नाबालिग को अपने सुपुर्द में लेते हुए 6
आरोपी मंजू गोड़, मनीष
गुप्ता, नवल
गोड़, रामबाई, मंजली जोगी एवं
ललिता गोंड को गिरफ्तार कर नाबालिग से बयान लिए गए जिसके बाद सभी 6 आरोपियो के विरूद्ध
मामला पंजीबद्ध करते हुए उन्हे जेल भेज दिया गया।
इनका कहना है
पूरे मामले
में 6
आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा मामले की विवेचना की जा रही है, विवेचना के बाद और
भी लोगो पर मामला दर्ज हो सकते है।
वैष्णव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक अनूपपुर
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