लक्ष्य से अब
भी 50
प्रतिशत कम वितरित हुए कनेक्शन, खाद्य
एवं आपूर्ति अधिकारी उदासीन
अनूपपुर। जिले में गरीब
महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन मुफ्त वितरित करने के लिए 1 मई 2016 से
प्रधानमंत्री ने उज्जवला योजना की शुरूआत की गई। इस योजना की शुरूआती दौर में जिला
प्रशासन द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार कर ८६ हजार कनेक्शन नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रो
की महिलाओ को वितरित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें अब तक जिले में 41 हजार 812 नि:शुल्क गैस
कनेक्शन तो वितरति किए गए। लेकिन गरीबी के कारण 97 प्रतिशत पात्र लोग गैस रिफलिंग नही करा
पा रहे है, जिसके
कारण जिले में उज्जवला योजना पूरी तरह से दम तोड दी है।
86
हजार लक्ष्य में 43
हजार कनेक्शन हुए वितरित
जिले में
प्रधानमंत्री उज्जवलया योजना अंतर्गत 86
हजार नि: शुल्क गैस कनेक्शन वितरित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमे अब तक जिले के
41 हजार 812 कनेक्शन ही वितरित
किए गए। जानकारी के अनुसार जिले में अब तक 50
हजार 719
ऑनलाईन आवेदन प्राप्त हुए है, जिसमें
44 हजार 299 आवेदन स्वीकृत, तथा 43 हजार 789 आवेदन के दस्तावेज
तैयार हो पाए।
जिले में
उज्जवला योजना ने तोड़ा दम
जिले में
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने पूरी तरह से दम तोड दिया है, जिसमें सर्वे के अनुसार से अब तक पात्र हितग्राहियो को
नि:शुल्क बांटे गए 41
हजार 812
कनेक्शन के बाद भी गरीबी की मार झेल रहे इन हितग्राहियो के पास गैस सिलेण्डर को
रिफलिंग कराने तक के पैसे नही है। जिसके कारण अब तक जिले में मात्र 3 प्रतिशत महिलाएं ही
उज्जवला योजना अंतर्गत रिफलिंग करा रही है,
बाकी 97
प्रतिशत हितग्राही गरीबी के कारण गैस रिफलिंग ही नही करा पा रहे।
उज्जवला
योजना का 1
अप्रैल से हुआ विस्तार
जानकारी के
अनुसार प्रधानमंत्री उज्जवला योजना अंतर्गत जहां केन्द्र सरकार ने गरीबो को 1600 रूपए लोन देकर
नि:शुल्क गैस कनेक्शन तो बांटे गए तथा लोन के 1600
रूपए उन्हे सबसीडी न देकर वसूला जा रहा है। इतना ही नही इस योजना का विस्तार 1 अप्रैल से तो कर
दिया गा और चुनावी समय में अब इस सबसीडी को 6
माह तक के लिए उन्हे छुट दी गई है। वहीं योजना के विस्तारीकरण में अंत्योदय, एसटीएससी, अतिगरीब, वनाधिकार पट्टाधारी, पीएम आवास वाले
पात्र हितग्राहियो को अब केन्द्र सरकार द्वारा बिना पात्रता पर्ची में जारी 23 अंको के टीन नंबर
के बीना ही नि: शुल्क गैस कनेक्शन वितरित किया जाएगा।
खाद्य
अधिकारी ने किया गुमराह
जानकारी के
अनुसार जहां प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के प्रचार-प्रसार में खाद्य एवं आपूर्ति
अधिकारी विपिन पटेल की उदासीनता के कारण नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रो के पात्र
हितग्राहियो को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। वहीं खाद्य अधिकारी द्वारा जिला
प्रशासन को इस योजना के सही क्रियान्वयन में अपनी कार्यो के प्रति उत्तरदायित्व का
निवर्हन सही ढग़ से न कर प्रशासन को गुमराह भी किया जा रहा है। जिसके कारण अब भी
जिला लक्ष्य के अनुरूप 50
प्रतिशत नि:शुल्क कनेक्शन वितरित करने में असफल है।
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