समाजिक
समरसता बनी रहे, समाज
में कड़वाहट नहीं आए-पुलिस महानिरीक्षक
जीते जनता का भरोसा
संभागायुक्त
ने कहा कि सभी शासकीय सेवक शासन के निर्देशो का पालन करते हुए योजनाओं का लाभ जनता
तक पहुंचाए उन्होने कहा कि प्राथमिकता वाली योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
सुनिश्चित करना, वनाधिकार
पट्टो का समय पर वितरण, नए
हितग्राहियों के चयन हेतु सर्वे करने के निर्देश दिए गए। उन्होने अधिकारियों को
सचेत किया की समय पर सीएम हेल्पलाईन की शिकायतो का निराकरण नहीं होने पर उनके
खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। सभी अधिकारी कार्यालय के लंबित कार्यो की
मॉनीटिरिंग करें तथा स्वयं एवं कार्यालय के अन्य कर्मियों की टेबिल निरीक्षण करें।
आयुक्त श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत सभी आवास शीघ्र पूर्ण कराने
के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि उद्यानकीय विभाग वितरित किए गए कृषि यंत्रो, ड्रिप तथा पाली हाउस
का सत्यापन कराए।
चिकित्सालयों
में मरीजों को मिले हर सुविधाए
जिले भर में
संचालित चिकित्सालयों में मरीजों को हर आवश्यक सुविधा मिले, स्वास्थ्य विभाग के
अधिकारी निरंतर चिकित्सालयों का भ्रमण करें तथा मरीजों से फीडबैक ले तथा जो भी
कमियां मिले उसे तत्काल सुधार कराए। चिकित्सालयों में साफ-सफाई, बिस्तरों
में अच्छे कपड़े तथा मरीजो के साथ स्टॉफ का विनम्र व्यवहार होना चाहिए। वितरित किए
जाने वाले भोजन की गुणवत्ता भी अच्छी हो तथा समय पर वितरित हो। संभागायुक्त ने कहा
कि अस्पतालों में जो भी मेडिकल उपकरण है वे सभी संचालित रहें तथा उनका लाभ आम जनता
को मिले। चिकित्सको द्वारा मरीजों को दवाए बाजार से नहीं लिखी जाए। जिला
चिकित्सालय में ब्लड बैंक के संचालन की जानकारी तथा ब्लड सप्रेशन मशीन एवं डिजीटल
एक्सरे मशीन की डिमांड संबंधी प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी श्रीवास्तव को दिए।
श्रमदान से
तालाबों का कराए जीर्णोद्धार
संभागायुक्त
ने कहां जलसंरक्षण एवं संवर्धन का कार्य जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार से ही संभव
है। यह कार्य शासकीय प्रयासों के साथ-साथ जन सहभागिता के साथ किए जाने चाहिए। जनपद
स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में पूराने समय से
निर्मित तथा वर्तमान में सूखे हुए तालाबों को चिन्हित करें तथा श्रमदान के माध्यम
से उनका जीर्णोद्धार कराए। तालाब से निकलने वाली मिट्टी किसानों के खेतों में
पहुंचाई जाए। जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि हो। लोगों को जलसंरक्षण एवं संवर्धन
हेतु जागरूक भी किया जाए। बहते हुए जल स्त्रोतों में बोरी बंधान के कार्य
प्राथमिकता से कराए जाए जिससे पशुओं को पीने के लिए पानी तथा निस्तार हेतु पानी
उपलब्ध हो सके।
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