अमरकंटक से था खास लगाव, जोगी की अंतिम इच्छा को पूरा किय बेटे ने
अनूपपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत प्रमोद जोगी के निधन के बाद मिट्टी को नर्मदा नदी में प्रवाहित किया गया। बेटे अमित जोगी परिवार के साथ पिता मिट्टी मंगलवार को अमकंटक पहुंचे। जहा पूरे रीति रिवाज के साथ पूजन करा पार्थिव मिट्टी को सोनभद्र उद्गम स्थल पहुंचकर बहती जलधारा में प्रवाहित किया। इस दौरान अमित जोगी के साथ मां रेणु जोगी व परिवार के अन्य सदस्य और बलौदा बाजार विधायक प्रमोद शर्मा, लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, अजय जायसवाल, अमरकंटक से कल्याण सेवा आश्रम के संत, अमरकंटक पटवारी प्रेमलाल, थाना प्रभारी अमरकंटक व स्टाफ उपस्थित रहे।
अजीत जोगी की अंतिम इच्छा जहां से था खास लगाव
अजीत जोगी का अनूपपुर जिले से अधिक लगाव था और मां नर्मदा में उनकी अपार आस्था भी थी,जीवित रहते हुए भी वो वक्त मिलने पर मां नर्मदा के दर्शन के लिए आया करते थे,उनकी इसी आस्था और लगाव को देखते हुए और अजीत जोगी की अंतिम इच्छा के अनुरूप बेटे अमित जोगी और परिवार के सदस्यों ने उनकी पार्थिव मिट्टी को मां नर्मदा में प्रवाहित किया। अजीत जोगी ने भी निधन से पहले ये इच्छा जताई थी कि उनकी मिट्टी को मां नर्मदा सहित विभिन्न क्षेत्रीय नदियों में प्रवाहित किया जाए।
29 मई को हुआ था जोगी का निधन
74 वर्षीय अजीत जोगी का इलाज के दौरान 29 मई को निधन हो गया था। जिसकी जानकारी बेटे अमित जोगी ने खुद ट्वीट कर पिता के निधन के बारे में जानकारी दी थी। बता दें कि अजीत जोगी को 9 मई की दोपहर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सांस की नली में गंगा इमली का बीज फंस जाने से उनकी सांस रुक गई थी और कॉर्डियक अरेस्ट हुआ था। तब से वे वेंटीलेटर पर थे। उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा था, डॉक्टरों की टीम दिन-रात से हर संभव प्रयास कर रही थी
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