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मंगलवार, 16 जून 2020

भूमि के अभाव में एक वर्ष से लटका करपा चिकित्सा स्टाफ आवास और हो गया 96 लाख का टेंडर

अनूपपुर। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल ने एक वर्ष पूर्व पुष्पराजगढ़ विकाशखड़ के ग्राम करपा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा स्टाफ के लिए 6 आवास 96 लाख की मंजूर किये जाने के बाद भवन बनाने का टेंडर भी हो गया लेकिन अबतक आवास के लिए भूमि का चयन नहीं किया गया जिससे यह कार्य बीते एक वर्ष से अधर में लटका हुआ है। चिकित्सक कर्मचारियों के लिए रहने के लिए आवास नही है।

करपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा स्टाफ के लिए 6 क्वार्टर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल द्वारा मंजूर किए गए। भवन बनाने का टेंडर भी हो गया लेकिनभूमि का चयन नहीं किया गया जिससे यह कार्य बीते एक वर्ष से अधर में लटका हुआ है। चिकित्सक कर्मचारियों के लिए रहने की समस्या आवास न होने के कारण बनी हुई है। जिला प्रशासन भी आवास निर्माण के लिए भूमि का चयन किये जाने में देरी से स्वास्थ्य कर्मियों को सुविधा नहीं मिल पा रही। आवास के साथ ही करपा सीएचसी में स्टाफ की भी कमी व्याप्त है जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

करपा चिकित्सालय में स्वास्थ विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में 96 लाख की लागत से 6 क्वार्टर निर्माण स्वीकृत किया जिसका टेंडर भी हो गया है लेकिन समस्या यहां भूमि की समस्या बनी हुई है, भूमि न होने के कारण आवास नहीं बन पा रहे हैं। चिकित्सालय के समीप दो आवास बनाने की जगह मिली उसे ठेकेदार द्वारा बनाना शुरू किया गया लेकिन यह कार्य कई माह से पड़ा है। चार अन्य क्वार्टर बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन स्तर पर भूमि नहीं खोजी जा सकी। जबकि भूमि की समस्या का मामला जिला और तहसील मुख्यालय पुष्पराजगढ़ के राजस्व अधिकारियों के संज्ञान में कई माह पहले आ चुका है पर इस दिशा में न तो प्रशासन स्तर पर और न ही जनप्रतिनिधि कोई ध्यान दे रहे हैं जिससे यहां के स्वास्थ्य कर्मचारियों अधिकारियों को आवास की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

चिकित्सालय के समीप दो आवास बनाने का काम ठेकेदार ने शुरू किया था,किन्तु शासन स्तर से भुगतान प्राप्त न होने के कारण आर्थिक समस्या का हवाला देकर कार्य को रोक दिया है। बताया गया चिकित्सालय परिसर में डॉक्टर और स्टाफ कर्मचारियों के लिए आवास बनाया जाना तय किया गया है किंतु भूमि न होने के कारण यह भवन नहीं बन पा रहे हैं। लोग अपनी भूमि देने के लिए तैयार नहीं जिससे मामला फंसा हुआ है। वहीं राजस्व विभाग नजदीक कोई अतिरिक्त भूमि नहीं तलाश रहा।

एक ओर जहां आवास की समस्या बनी हुई है वही करपा चिकित्सालय में एक डॉक्टर, चार स्टाफ नर्स कार्यरत हैं लेकिन इनके रहने की व्यवस्था नहीं है। जानकारी के अनुसार करपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां एक डॉक्टर पिछले 4 साल से अकेले सेवाएं दे रहे हैं जबकि 4 डॉक्टर नियुक्त होना चाहिए, 8 की जगह 4 स्टाफ नर्स हैं। ड्रेसर का पद रिक्त है। एक्सरे की सुविधा नहीं है। करपा के अंतर्गत आठ उप स्वास्थ्य केंद्र आते हैं बड़ी जनसंख्या वाले इस उप स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त चिकित्सक व अन्य कर्मचारी न रहने के कारण अक्सर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर तरीके से नहीं मिल पाती।

भूमि का चयन हो चुका है

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी बीडी सोनवानी ने बताया कि करपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक स्टाफ में भूमि का चयन चिकित्सालय से थोड़ी दूर पर हो चुका है। शीध्र ही निर्माण कार्य प्रारभ्भ कराने का प्रयाश किया जायेगा और बंद पड़े निर्माण का कार्य चालू कराया जायेगा।

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