विश्वनाथ पर गुट विशेष का ठप्पा, कांग्रेस को उम्मीदवार की तलाश
अनूपपुर। प्रदेश की 24 सीटो में विधानसभा मे उप चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से लगभग उम्मीदवार नाम तय है किन्तु कांग्रेस को अभी योग्य उम्मीदवार की तलाश है। इसमे अनूपपुर विधानसभा भी शमिल है जहां कांग्रेस से विधायक रहे जो बिसाहूलाल सिंह ने अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी और विधायकी से स्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये है। इनके लिए कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार देना होगा।
अनूपपुर से भाजपा उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह होगे वहीं कांग्रेस से अभी उम्मीदवार का दूर-दूर पता नही ऐसे में कांग्रेस अभी मुकाबले पर नजर नही आ रही है। कांग्रेस को नये चेहरे की तलास है इसमें निलंबित डिप्टी कलेक्टर रमेश सिंह,उमाकांत उईके एवं विश्वनाथ सिंह ने अभी तक फेसबुक और अखाबरी नेता बने है। जनता के बीच अभी को नजर नही आ रहा ऐसे में कांग्रेस को सोच समझ कर उम्मीदवार का नाम तय करना पड़ेगा।
रमेश सिंह की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस संशय में है एक प्रशासनिक व्यक्ति राजनीति में सक्रिय और आमजन के करीब नही होता इससे पार्टी को नुकसान होता है। यह बात पार्टी के विधायक ने अनौपचारिक चर्चा के दौरान कही है। सरपंच उमाकांत उईके फेसबुक में नजर आते है इनपर सरपंची के दौरान कई आर्थिक हेराफेरी का आरोप है मामला जिला पंचायत की फाईलो में अटका है जिस पर जिला पंचायत के सीईओ ने लिंगाराम कर रखा है जिस पर शायद आरोप साबित भी हो सकता है। ऐसे में कांग्रेस इनपर अपना दांव खेले दिखई नही देता।
विश्वनाथ सिंह जिला पंचायत के सदस्य है अपने क्षेत्र के नेता है यह भी दूसरे के दम पर फेसबुक में दिखाई देते है। इनपर विशेष गुट की छाप लगी है डेढ़ वर्ष पहले के विधानसभा के मुख्य चुनाव में दावेदारी ठोक चुके है। गुट विशेष होने के कारण दावेदारी कमजोर पड़ी थी। इसबार मजबूती से पार्टी में ताल ठोंक रहे है। इसके अलावा गाहे बगाहे और नाम है किन्तु मजबूत भाजपा को टक्कर दे सके कोई नाम नही है।
कोरोना संक्रमण के बीच विधानसभा के उपचुनाव भाजपा के लिए करो या मरो की स्थिति है तो कांग्रेस के लिए अपनी सीट को बरकरा रखने की जद्दोजहद होगी। युवक कांग्रेस इन दिनो अक्रमक रूख अखितियार करते हुए जगह -जगह अपने पुराने नेता का विरोध करते हुए काले झंडे दिखा रही है जिस पर पुलिस मामला भी दर्ज किया है।
भाजपा उम्मीदवार को पार्टी और अपनो का सहयोग है तो वही भाजपा के भितरघातियो से डर भी सता रहा है। जो पैसे के लिए कुछ भी कर सकते है इस स्थिति में पार्टी को इनसे निपटने के लिए रणनीति बनानी होगी।
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