2 से जुलाई को कोल इंडिया में होगी तीन दिवसीय हड़ताल
अनूपपुर। केंद्रीय श्रम संगठनों एचएमएस, बीएमएस, एटक, सीटू एवं इंटक यूनियन की सोमवार को संपन्न हुई फेडरेशन स्तर की बैठक में भारत सरकार के उद्योग विरोधी एवं मजदूर विरोधी फैसलों कोयला उद्योग का निजीकरण, कामर्शियल माइनिंग, निजी क्षेत्रों को कोल ब्लॉक आवंटन, सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने व अन्य के खिलाफ 18 जून को देशव्यापी विरोध दिवस मनाने एवं 2 जुलाई से 4 जुलाई तक कोल इंडिया में तीन दिवसीय हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है।
यूनियन की एसईसीएल स्तर की जूम एप्प के जरिए बैठक में एचएमएस के महामंत्री नाथूलाल पांडेय, बीएमएस के प्रभारी महेंद्र प्रताप सिंह, एटक के महामंत्री का. हरिद्वार सिंह,सीटू के महामंत्री जेएस सोढ़ी,इंटक के महामंत्री पीके राय उपस्थित रहे। जिसमें 2 जुलाई से 4 जुलाई तक प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने की योजना पर निर्णय लिए गए। 16 जून के प्रथम पाली से ही गेट मीटिंग, नारेबाजी, सभी खदानों में सभी पालियो में की जाएगी। 18 जून को एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में पांचो यूनियन के शीर्ष नेताओ की उपस्थिति में हड़ताल का नोटिस दिया जायेगा।
जिसमें प्रमुख मांगे कोयला खानों का निजीकरण एवं वाणिज्यिक खनन हेतु प्रस्तावित नीलामी रोकना, सीआईएल से सीएमपीडी आइएल को अलग करने के प्रस्ताव को वापस लेना,ठेकेदारी श्रमिकों को एचपीसी मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करना,एनसीडब्ल्यूए-6 के अनुसार 9.4.0 के तहत मेडिकल अनफिट कामगारों के आश्रित को नौकरी दिये की बात है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें