अमरकंटक मिनी स्मार्ट सिटी के बिल पास कराने परियोजना प्रबंधक के नाम मांग की जा रही थी राशि
अनूपपुर। नर्मदा सेवा यात्रा के समापन के 15 मई 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 33 करोड़ की लागत देश की पहली मिनी स्मार्ट सिटी अमरकंटक की सौगात दी थी, जिसे 31 दिसंबर 2019 को बनकर पूरी होनी थी जिसमे आंतरिक मार्गों का निर्माण और राम घाट समेत नगर में सौंदर्यीकरण किया जाना था परियोजना के प्रारंभ होने के साथ ही बजट और विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा भी प्रारंभ हो गई। समय सीमा बीत जाने के बाद भी यह कार्य पूरा नहीं हो पाया। अब नए घटनाक्रम में एमपीयूडीसी पीआईयू के इंजीनियर शिव नारायण मिश्रा पर संविदा कार अरुण कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइड मैनेजर की शिकायत के बाद ब्लैक मेलिंग व मारपीट का मामला अमरकंटक थाने में पंजीबद्ध किया गया है। परियोजना प्रबंधक एके नंदा का नाम भी इंजीनियर द्वारा लिया गया था जिसकी जांच की जा रही है।
यह था मामला
अरुण कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइट मैनेजर व एमपीयूडीसी पीआईयू के इंजीनियर शिव नारायण मिश्रा के बीच हुए विवाद का मामला थाने तक पहुंचा शिवनारायण मिश्रा ने अपने साथ मारपीट की शिकायत की, जिसके बाद सुशील मिश्रा व तीन अन्य के विरुद्ध मारपीट का मामला पंजीबद्ध किया गया। सुशील मिश्रा की शिकायत में इंजीनियर शिवनारायण मिश्रा ने महिंद्रा होटल बुलाकर कहा कि एके नंदा ने तुम लोगों का बिल रोक रखा है तुम लोग यदि रु.50000 दे दो तो तुम्हारा बिल पास करा दिया जाएगा जिसके बाद दोनों के बीच में कहासुनी हो गई और मामला मारपीट तक जा पहुंचा गया। जिसपर सुशील मिश्रा ने भी गवाहों के साथ पहुंच कर पूरे मामले की शिकायत की।
सुशील मिश्रा की शिकायत पर इंजीनियर शिव नारायण मिश्रा के विरुद्ध सोमवार को अमरकंटक थाने में धारा 384,294, 323, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। मामला पंजीबद्ध ना हो इसके लिए विभागीय अधिकारियों के फोन भी घनघनाते रहे इस मामले पर पर्दा डालने का पूरा प्रयास किया जा रहा था
परियोजना प्रबंधक पर अटकी सुई
मिनी स्मार्ट सिटी का कार्य एमपीयूडीसी के द्वारा कराया जा रहा है जिसमें परियोजना प्रबंधक के रूप में एके नंदा की नियुक्ति की गई थी। एके नंदा के विरुद्ध ठेकेदार द्वारा प्रारंभ से ही शिकायतें की रही कि उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय में नगरीय प्रशासन मंत्री से भी शिकायत की गई थी। 28 मई 2019 को कलेक्टर अनूपपुर में भी विभाग को पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी के कार्यों में गति लाने के लिए लिखा था साथ ही अभी लिखा था कि संविदाकार को भुगतान नहीं होने के कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो रहा है जिसके बाद से कोई कार्यवाही नहीं की गई एक बार फिर परियोजना प्रबंधक का नाम रुपए मांगने में आने के बाद अब पुलिस जांच का दायरा बढ़ाए जाने की बात कह रही है। इस सम्बध में प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग नितेश व्यास से पक्ष जानने का प्रयास किया गया किन्तु बात नही हो सकी।
इनका कहना है
मेरे साइड मैनेजर द्वारा मुझे फोन पर सूचना दी गई कि इंजीनियर शिवनारायण मिश्रा अमरकंटक आए हुए हैं परियोजना प्रबंधक एके नंदा के लिए रु.मांग रहे हैं तभी बिल पास हो पाएगा जिसकी शिकायत थाने में कराई गई
सुधीर पांडे,प्रोजेक्ट मैनेजर अमरकंटक मिनी स्मार्ट सिटी
दोनों पक्षों की ओर से शिकायत दी गई है एक शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है दूसरे पक्ष की शिकायत की जांच के पश्चात मामला पंजीबद्ध किया जाएगा
किरणलता केरकट्टा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर
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