अनूपपुर। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में संचालित भूमिगत खदानों से कोयला परिवहन में संलग्न एक ही रजिस्ट्रेशन की दो हाईवा वाहन महीनों से चलाए जाने की शिकायत विजिलेंस से की गई है। इसकी जानकारी जब कोल अधिकारियो को लगी तो इस पर कार्यवाई की बात कर रहे है।
भूमिगत खदान आमाड़ाड बरतराई में कोयला उत्पादन के बाद उसे वाहनों के माध्यम से परिवहन कर गोविंदा रेलवे साइडिंग तक ले जाने का काम रामजी कंपनी कोरबा को दिया गया था, जहां एक रजिस्ट्रेशन पर चल रहे दो हाइवा वाहनों की शिकायत विजिलेंस से की गई। बताया गया कि बरतराई भूमिगत खदान से कोयला परिवहन में लगे हाईवा क्रमांक सीजी 10 एटी 7461 लगभग कई महीनों से कोयला परिवहन कार्य में लगा है। इसी नंबर की दूसरा हाइवा वाहन सोहागपुर एरिया में इसी कांट्रेक्टर के पास पिछले 4 माह से चल रहा है। इस बात की जानकारी उप क्षेत्रीय प्रबंधक ओम प्रकाश दुबे को लगी तो उन्होंने तत्काल उक्त हाईवा को बरतराई खदान परिसर में ही खड़ा करवा दिया गया और सोहागपुर एरिया में चल रहे उसी नंबर के दूसरे हाईवा वाहन की पिछले 4 महीने की जानकारी वहां के कालरी प्रबंधक से मंगवाई गई है।
जिसके बाद जनता श्रम संघ प्रतिनिधियों व कॉलरी कामगारों ने महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र बी.पी.सिंह, डायरेक्टर पर्सनल बिलासपुर, सीएमडी बिलासपुर, कोल इंडिया ,चेयरमैन एवं कोयला मंत्री भारत सरकार को पत्र लिख्कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने व दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
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