अनूपपुर। लॉकडाउन के कारण प्रदेश में एवं प्रदेश के बाहर विभिन्न स्थलों में
फँसे हुए नागरिकों को आवश्यक सुविधा मुहैया कराने एवं श्रमिकों को वापस प्रदेश में
उनके गृह जिले भेजने के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अनूपपुर जिले
में लगतार एक बस बाहरी प्रदेशो में फंसे लोगो को ला रही है। शनिवार सुबह गुजरात से
31 एवं उत्तरप्रदेश से 39 श्रमिको को अनूपपुर लाए गए। सभी श्रमिकों की प्राथमिक
स्वास्थ्य जाँच एवं नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग के पश्चात उन्हें
क्वॉरंटीन सेंटर भेज दिया गया है। जहां पर स्वास्थ्य दल द्वारा उनकी निर्धारित
प्रोटोकॉल के आधार पर नियमित निगरानी एवं जाँच कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
उत्तरप्रदेश
से आए अखिलेश सिंह मरावी का कहना है कि वे इलाहाबाद में लॉकडाउन के कारण फँसे हुए
थे, ऐसे
में राज्य शासन द्वारा उनकी सुध ली औरं गृह जिले तक पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश
के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सदैव आभारी रहेंगे।
गुजरात से आए
गौतम लाल चौधरी ने बताया कि गुजरात कार्य करने के लिए गए थे, लॉकडाउन
की वजह से कार्य भी बंद हो गया था, एवं घर वापस जाने का उन्हें रास्ता नही
सूझ रहा था। ऐसे समय में राज्य शासन द्वारा उन्हें पूरी व्यवस्था से खाने की
व्यवस्था के साथ गृह जिला लाया गया, इसके लिए आपने मुख्यमंत्री एवं
राज्य शासन को धन्यवाद। गुजरात से आए 31 श्रमिकों में से 20 ग्राम भनोरा, 2
ग्राम चोरभटी एवं 9 ग्राम गोधन के निवासी हैं। इसी प्रकार उत्तरप्रदेश आए 39
श्रमिकों में से 18 लखनपुर, 10 बेनीबारी एवं 11 ग्राम पौनी के
निवासी हैं।
छत्तीसगढ़ से
आए 147 श्रमिकों को भेजा शहडोल
कुछ दिनो
जिले की सीमा में छत्तीसगढ़ ढकेले गये श्रमिकों की संख्या में अचानक वृध्दि हुई
है। प्रतिदिन सैकड़ो लोग जंगल, गलियों, रेलवे लाईन
के सहारे छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर मध्यप्रदेश में प्रवेश कर गये। दो राज्यों की
सीमाओं को सील करने का आदेश दोनों ओर के प्रशासन द्वारा दिया गया था। किसी भी जिले
में इन्हे रहने, भोजन, पानी की व्यवस्था नहीं की गई। वहीं कुछ
ऐसे वीडियो वायरल हुए हैं जिसमे छत्तीसगढ़ की सीमा पर मध्यप्रदेश में बसों की
व्यवस्था बतला कर आधी रात सीमा पर छोड़ दिया गया। ऐसे प्रतीत हो रहा है कि केन्द्र
सरकार के टोटल लाकडाऊन के निर्देशों को छत्तीसगढ़ नहीं मान रहा।
वहीं अनूपपुर
जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश के अन्य जिलों
के श्रमिकों को उनके गृह जिले भेजे जाने की व्यवस्था हेतु निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार को अनुविभागीय दंडाधिकारी कोतमा अमन मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार शाम
छत्तीसगढ़ से 147 व्यक्तियों का समूह जिले की सीमा में आने सूचना के बाद कार्यवाही
करते हुए पलायन कर रहे श्रमिकों को श्रमिक सदन बिजुरी में रोका गया तथा उनकी
प्रारम्भिक स्वास्थ्य जाँच तथा नॉन कांटैक्ट थर्मामीटर से स्क्रीनिंग की गई। सभी
श्रमिक शहडोल जिले के विभिन्न ग्रामों के निवासी थे। श्रमिकों को भोजन उपलब्ध
कराकर शहडोल प्रशासन से चर्चा कर शहडोल के लिए रवाना कर दिया गया है।
Ham log fanse hue hain Maharashtra mein hamen bhi ghar Laya Jaaye a Ham Anuppur Jile se Dedh sau ladke Hain hamare pass khane ka koi vyavastha nahin hai na ghar jaane ka Kuchh sadhan mil raha hai isliye Ye Hamen main Hamare Pradhanmantri ji se nivedan hai ki Hamen main jald se jald Hamare Gaon Ja Hamare Jile aane ka vyavastha Karen ya FIR Hamare khane Peene Ka vyavastha Karen Vishesh Kumar Bagga gram devgaon Jila Anuppur dhanyvad
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