दिन और रात के अंतर को भूल कोरोना संक्रमण से लोहा ले रहे हैं भाईलाल
अनूपपुर। कोरोना संक्रमण जैसी वैश्विक आपदा का सामना करने के लिए योद्घाओं में जाँबाजों का होना जरूरी है। यह वह लोग होते हैं जो न केवल स्वयं विपदा की घड़ी में अपनी विलक्षण प्रतिभा से सेवाएँ प्रदान करते हैं, साथ ही इनके जज्बे से अन्य साथियों में ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे ही एक कोरोना योद्घा जिला प्रशासन स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।जिला चिकित्सालय अनूपपुर में लैब टेक्निशन के पद में कार्यरत कोरोना योद्घा भाईलाल पटेल कोरोना से लड़ाई में दिन रात की सुध भूलकर पूरे उत्साह के साथ अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। कोरोना संदिग्ध के सैम्पल लेने का कार्य भाईलाल द्वारा पूरी सावधानी अपनाकर बिना झिझक और डर के नियमित रूप से कार्य कर रहे है। आइसोलेशन वार्ड में पूर्व में रखे गए तीन संक्रमित जो अब स्वस्थ होकर अपने घर वापस जा चुके हैं की देखरेख में भी आपके द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान कर सौंपें गए दायित्वों का विधिवत रूप से निष्पादन किया गया।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने भाईलाल पटेल के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा भरोसा प्राप्त नही किया जाता, उसे अपने कर्मों से, अपनी कर्तव्यनिष्ठा से, अपनी कार्यकुशलता से अर्जित किया जाता है। भाईलाल ने यह विश्वास अर्जित किया है। जिला प्रशासन को अपने कोरोना योद्घा भाईलाल पटेल पर गर्व है।
कार्यकुशलता एवं समय पर उपलब्धता भाईलाल की सेवाओं को बनाती है खास
अधीक्षक (सिविल सर्जन) जिला चिकित्सालय डॉ एससी राय का कहना है कि भाईलाल पटेल अपने कार्य को सम्पादित करने में दक्ष हैं, इसके साथ ही समय पर उपलब्धता उनकी सेवाओं को खास बनाती है। भाईलाल जहाँ भी रहते हैं, सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जिससे अन्य सहकर्मी भी उत्साहित होकर पूरे मनोयोग से कार्य करते हैं।
अनूपपुर जिले के समस्त नागरिकों से अपील है कि कोरोना योद्घाओं के इस त्याग और समर्पण का सम्मान करें, कोरोना से बचाव हेतु दिए गए निर्देशों एवं उपायों का अनिवार्य रूप से पालन करें। अनावश्यक बाहर न निकलें, चेहरे को बाहर निकलने पर ढँककर रखें, एक दूसरे के बीच न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाएँ रखें,शासन एवं प्रशासन को सहयोग करें।
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