निरोग नारी के तहत ग्रमीण महिलाओं को किया जा रहा जागरूक
अनूपपुर। विश्वव्यापी महानगरी कोविड -19 का सामना कर रहा है महिलाए आम जीवन में मासिक धर्म के दौरान साफ सफाई रखना जरूरी होता है ना रखने से कई तरह की बीमारियाँ का खतरा रहता है। आज भी देश में ऐसी कई महिलाए है जो मासिक धर्म के दौरान कपड़ा इस्तेमाल करती है बाजार में उपलब्ध सेनेटरी नैपकिन नहीं खरीद पाती है। कई महिलाओं को आज इस बात की जानकारी नहीं है कि सेनेटरी नैपकिन या पैड होता क्या है तो उसका इस्तेमाल करना तो दूर की बात है। अमरकंटक में जनजातीय प्रमुख क्षेत्रों में प्रणाम नर्मदा युवा संघ ने निरोग नारी नाम से अभियान शुरूआत किया है जिसके तहत आदिवासी महिलाओं के बीच जाकर उन्हें मासिक धर्म के बारे में जागरूक कर सेनेटरी पैड नि: शुल्क उपलब्ध करया जा रहा हैं।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्विद्यालय अमरकंटक से आठ किमी दूर ग्राम उमरगुहान को प्रणाम नर्मदा युवा संघ ने गोद लेकर निरोग नारी अभियान के माध्यम से गांव की सभी महिलाएं एवं बालिकाएं कपड़ा छोड़कर सेनेटरी नैपकिन का ही प्रयोग की जानकारी दी जा रही है। इस अभियान में 200 से अधिक महिलाओं ने अपनी भगीदारी निभाते हुए निरोग नारी अभियान के तहत प्रणाम नर्मदा युवा संघ के कार्यकर्ता गाँव -गाँव में महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म से जुड़ी जानकारीयो को सांझा कर जागरूक बनाने का प्रयास करते हैं। महिलाओं को कपड़े का प्रयोग न करना, साफ सफाई और उनसे जुड़ी बीमारियों जानकारी दी जाती है। ग्राम की युवती राजेश नंदिनी मरावी ने बताया कि गांव में मासिक धर्म के दौरान कपड़ा इस्तेमाल करने से गांव की महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होती है। लोग सेनेटरी नैपकिन के बारे में जानते भी है तो वह उन्हें खरीद नहीं पाते हैं कारण गांव में गरीबी और चारों ओर से जंगलों से घिरे होने के साथ दुकाने बहुत दूर हैं। गांव की महिलाओ को जागरूक के लिए निरोग नारी की टीम ने उन्हीं के बीच से राजेशनंदिनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया ताकी ग्रामीण महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी जानकारी को समझा कर सके। निरोग नारी टीम की संयोजक मुस्कान सिंह ने बताया की पैड का प्रयोग केवल शहरी लोगों तक ही सीमित है हम इसको गांव गांव तक लेकर जायेंगे, जो नही खरीद पा रहे हैं उन्हे अभी नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे है।
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