अनूपपुर। कलेक्टर अनुग्रह
पी के मार्गदर्शन में तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ सलोनी सिडाना के
नेतृत्व में समस्त शासकीय अमला पूरे मनोयोग से जिले को खुले में शौच मुक्त एवं स्वच्छ
बनाने हेतु प्रयासरत है। इतना ही नहीं इस प्रयास को यहाँ के नागरिकों प्रबुद्घ जनो
का सहयोग भी प्राप्त होने लगा है। इस अभियान को .श्य पहचान देने हेतु जिला प्रशासन
ने सभ्भायुक्त जे के जैन एवं विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा स्वरोजगार सम्मेलन में
आमजनो की उपस्थिति में जिले को स्वच्छ बनाने हेतु अभियान के प्रतीक (लोगो) एवं अनूपपुर
को सुंदर एवं व्यवस्थित बनाने हेतु प्रेरक नारा सुगढ अनूपपुर' को अपनाया। सभ्भायुक्त
ने कहा खुद स्वच्छ रहना एवं आस पास के परिवेश को स्वच्छ रखना अच्छे स्वास्थ्य एवं प्र.ति
की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। आपने जिला प्रशासन को इस अभियान की सफलता के लिए
शुभकामनाएँ एवं सभी नागरिकों से आह्वान किया कि जिले को सम्मानित करने में प्रशासन
को पूरा सहयोग प्रदान करें। विधायक रामलाल ने कहा हम सब इस अभियान का हिस्सा है,जनभागीदारी
से ही यह लक्ष्य प्राप्त होगा। आपने सभी प्रबुद्घ नागरिकों से स्वच्छता को आंदोलन का
रूप देने के लिए कहा है।
कलेक्टर अनुग्रह पी ने
बताया कि यह प्रतीक चिन्ह अनूपपुर के प्रा.तिक सौंदर्य, जैव विविधता, वनस्पतियाँ, ज$डीबूटियाँ
एवं हरियाली को निरूपित करने के साथ यहाँ की आँचलिक संस्.ति को निरूपित करता है। माँ
नर्मदा की गोद में बसे इस क्षेत्र के विकास में नर्मदा नदी की महत्वपूर्ण भूमिका को
परिलक्षित करने हेतु इस प्रतीक में माँ नर्मदा भी हैं। आपने कहा क्षेत्र की पुरातन
सुंदरता को प्राप्त करने एवं वही नैसर्गिक सुंदरता बनाए रखने के लिए स्वच्छता आवश्यक
है। यह प्रतीक जिले के समस्त नागरिकों को प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी कि स्मरण
कराएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत डॉ सलोनी सिडाना ने कहा कि सुव्यवस्थित रहना, स्वच्छ रहना ही सभ्य मनुष्य
की पहचान है। अनूपपुर जिले की सभ्यता को सम्मान दिलाने के लिए इसका स्वच्छ होना आवश्यक
है इसीलिए हम सभी को अनूपपुर को सुग$ढ अनूपपुर बनाने के लिए एवं बनाए रखने के लिए सदैव
प्रयासरत रहना प$डेगा। कलेक्टर ने लोगो डिजाइन में सक्रिय एवं जिम्मेदार भूमिका निभाने
वाले बीजू थोमस की सराहना की है एवं सभी नागरिकों से अपेक्षा की है कि वे अनूपपुर को
उसकी पुरातन गरिमा को प्राप्त करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।
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