https://halchalanuppur.blogspot.com

बुधवार, 29 अगस्त 2018

राजेन्द्रग्राम बस स्टैण्ड यात्रीयों की परेशानी का सबब



 पुष्पराजगढ़। मुख्यालय राजेन्द्रग्राम मे बना बस स्टैण्ड अपनी बदहाली के आंसू रो रहा है १०० से अधिक बसों के ठहराव की यह दलदल और कीचड से सनी गंदगी मे तबदील हो चुका है भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी का स्वच्छता अभियान यहा दम तो$डता दिखाई देता है चारो तरफ गंदगी भरे वातावरण मे यात्री बसों का इंतजार करते है लाखों का राजस्व देने वाला ११९ ग्रामपंचायतों का एक मात्र यह बसस्टैण्ड करो$डो की लागत से बना है पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम से राजेन्द्रग्राम के इस बस स्टैण्ड का नामकरण कर इसकी शुरुआत धूमधाम से किया गया था अब यह मूलभूत सुविधाओं के आभाव मे खण्डहर नुमा इमारत मे तबदील हो गया है यहा गंदगी ही गंदगी भरी प$डी है जिसका सुध लेने वाला कोई नही है इस इमारत के चारो ओर जहां यात्री बसों की प्रतीक्षा करते है वहां बारिस का कीच$ड होटलो से निकला गंदा पानी मास के टुक$डे जानवरो के मलमूत्र उनका स्वागत करते मिलते है पुष्पराजगढ़ मे प्राय: सभी प्रकार के कार्यालयो के मुख्यालय संचालित है जिससे दूर दराज के ग्रामीणो को अपने काम हेतु राजेन्द्रग्राम आना प$डता है यहां तक आने का एक मात्र साधन स$डक है जिसमे चलने वाली सार्वजनिक परिवहन के बस टैक्सी आटो प्रमुख है जिनके ठहराव की जगह आज अस्त व्यस्त हो चुकी है जिसके ओर किसी का ध्यान नही जा रहा है शासन प्रशासन को आइना दिखाता पं. दीनदयाल राजेन्द्रग्राम बस स्टैण्ड अपने साथ हुई बेरुखी के लिए जाना जाता है।

मूलभूत सुविधाओ का आभाव
राजेन्द्रग्राम मे बना पं दीनदयाल उपाध्याय बसस्टैण्ड परिसर मे मूलभूत सुविधाओं का आभाव है जैसे सार्वजनिक लाइट की व्यवस्था स्वच्छ पेयजल साफसफाई शौचालय आदि व्यवस्थाओं के न होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना प$डता है जहां एक ओर पूरे भारत वर्ष मे शौचालय बनाए जा रहे है वही दूसरी तरफ राजेन्द्रग्राम के इस बस सटैण्ड मे शौचालय का आभाव है पुराना बना एक शौचालय किसी तरह से संचालित किया तो जाता है पर वहां के गंदगी भरे वातावरण मे महिलाएं जाने से कतराती है शौचालय के नाम से बना यह भवन खंडहर मे तबदील हो चुका है जिसकी दीवारो पे दरारे साफ दिखाई प$डती है इस बस स्टैण्ड मे सार्वजनिक शुद्घ पेयजल की व्यवस्था नही है जो हैण्डपम्प यहां संचालित है उनमे गंदा और बदबूदार पानी आता है कारण नाली के पानी का जमाव उचित निकासी न होने के कारण इन हैण्डपम्प के चारो तरफ हो जाता है पीएचई विभाग इन हैण्डपंम्प पर जल शुद्घीकरण हेतु किसी भी प्रकार का प्रयास नही करती है बस स्टैण्ड परिसर मे लाईट की उचित व्यवस्था न होने पर शाम से ही अंधेरा होने लगता है दूरदराज के यात्री अकेले मे डर अनुभव करते है।
बारिस से गंदा हुआ परिसर
बारिस के इस मौसम मे पहले से ही गंदा यह परिसर और भी गंदगी मे तबदील हो गया है बारिस के पानी से चारो तरफ प$डी कच्ची मिट्टी कीच$डों मे तबदील हो चुकी है ऐसे मे बेतरतीब तरीके से लगी गुमटियो पे दुकाने यात्रीयो की परेशानी कई गुना ब$ढाती है जहां इन दुकानो की वजह से सुनिश्चित जगह पर बस ख$डी नही हो पाती वही यात्रियो कों भी पानी मे भीगकर कीच$डो से सने परिसर से गुजरकर बस पक$डना प$डता है टैक्सी स्टैण्ड भी इसी परिसर पर होने से टैक्सियां भी अव्यवस्थित अपनी सुविधा के अनुसार ख$डी रहती है वाहन मालिक तो अपनी मनमाफिक जगह का चुनाव कर वाहन ख$डा कर लेते है किन्तु यात्री तेज रफतारो से निकलती हुई बस टैक्सी के बीच से जान जोखिम मे लेकर अपने बसों तक पहुंचते है वर्षो से यही क्रम चलता आ रहा है लेकिन यह परिसर इसी तरह संचालित होने के लिए मजबूर है शासन प्रशासन कोई भी इसके रखरखाव व संचालन के प्रति गंभीर नही है।
होटलो से दिनभर बहता है गंदा पानी
बसस्टैण्ड परिसर मे अवैध रुप से कब्जा कर कई होटल मालिक होटलो का संचालन करते है नालियो की उचित व्यवस्था न होने से इन होटलो से निकलने वाला गंदा और बदबूदार पानी बारह महीने स$डको पर बहता रहता है इससे राहगीरो को परेशानी का सामना करना प$डता है साथ ही बीमारियों का डर भी बना रहता है ये होटल संचालक अवैध कब्जा कर पहले बनी नालियो को पाटकर उस स्थान मे लंबी चौ$डी जगह मे टेबिल कुर्सी फ्रीज आलमारी आदि से सुसोभित कर अपने होटलो का संचालन करते है फिर इन्ही होटलो से निकलने वाला मल्वा गंदा पानी स$डको पर डाल देते है जिससे हमेशा गंदगी बनी रहती है अनाज के टुक$डो की स$डन की वजह से हमेशा बदबूदार वातावरण उक्त परिसर मे बना रहता है ये बेतरतीब खोले गये होटलों का साथ गुमटी के लगे फ्रूॅट्स सेन्टर संचालक देते है ये भी स्टैण्ड परिसर को आधा अपने कब्जे मे लिये हुए है इनकी वजह से पॉलीथिन आदि का बिखराव स$डको पर होता है साथ ही स$डे हुए फलो को किनारे न डाल कर परिसर मे ही और सडऩे के लिए फेक दिया जाता है बिना स्वीकृती खुले मे मास जानवरो का मास बेचने वाले गंदगी के इस वातावरण को और गंदा कर देते है।
इनका कहना है
मै दिखवा लेता हू अगर होटलो का पानी सड़को पर आ रहा है तो साफ सफाई कराई जाएगी
पंकज नयन तिवारी तहसीलदार पुष्पराजग$
मै अभी जिला पंचायत मे हूं आकर मौके का निरीक्षण कर साफ सफाई कराता हूं
सचिव ग्राम पंचायत शुक्ला यादव

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

हटाया गयें रुद्रगंगा आश्रम को तोड़ने वाले आईएफएस

अतिक्रमण के नाम पर की थी डेढ सौ साल पुराने आश्रम में तोड़फोड़ अनूपपुर। जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक में डेढ सौ साल पुराने आश्रम को तोड़ने...