अमरकटंक (अनूपपुर)।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक के फार्मेसी विभाग के
तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार इमर्जिंग ट्रेंड्स इन ड्रग डिस्कवरी, फार्मास्यूटिकल साइंस एंड बायोमेडिकल रिसर्च शनिवार से प्रारंभ
हुआ। इस अवसर पर प्रमुख शिक्षाविदों ने छात्रों का आह्वान किया कि वे फार्मेसी के
क्षेत्र में आ रहे बदलावों से स्वयं को अद्यतन रखें और इससे जु$डे विभिन्न
क्षेत्रों में उत्पन्न संभावनाओं के लिए स्वयं को तैयार करें जिससे उनके स्वर्णिम
करियर की शुरूआत हो सके।
सेमीनार का
उद्घाटन डॉ. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.एस.पी.व्यास,राजीव गांधी
प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के पूर्व कुलपति प्रो. पीयूष त्रिवेदी और
फार्मेसी के प्रमुख शिक्षाविद् प्रो. एस.आर. धनेश्वर ने संयुक्त रूप से किया। इस
अवसर पर तीनों प्रमुख शिक्षाविदों ने छात्रों को फार्मेसी के क्षेत्र में उपलब्ध
विभिन्न संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। फार्मेसी के साथ
ही छात्रों को मूलभूत विज्ञान से जुडे विषयों-बायोटेक्नोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, सेल बायोलॉजी, जेनेटिक्स, इंजाइम, प्रोटीन आदि विषयों
का भी ज्ञान अर्जित कर इसमें करियर बनाने का सुझाव दिया गया। विशेषज्ञों का कहना
था कि भारत फार्मेसी के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो गया है।
इस प्रगति को निरंतर बनाए रखने के लिए फार्मेसी को शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में
स्वयं को आगे रखना होगा। इसके लिए फार्मेसी में विशेषज्ञों की मांग आने वाले समय
में और अधिक ब$ढ
जाएगी। सेमीनार में तीनों शिक्षाविदों ने अपने विषयों पर कई वैज्ञानिक जानकारियां
प्रदान करते हुए छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत किया। इस अवसर पर फार्मेसी से जु$डे कई जीवंत मॉडल भी
छात्रों ने प्रदर्शित किए। अंत में धन्यवाद डॉ.ऋषि पालीवाल ने दिया। कार्यक्रम का
संचालन डॉ. सुनीता मिंज ने किया। कार्यक्रम में डॉ. सब्यासाची मैती, डॉ. के. श्रीनिवास
राव, डॉ.
कुंजबिहारी सुलखिया, डॉ.
सी. कार्तिकेयन सहित ब$डी
संख्या में शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया।
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