महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने तथा समाज में अपनी जगह बनाने
बनाई पहचान
वर्ष 2015 से जिले के कोतमा मे उप निरीक्षक (पुलिस)
विभाग मे पदस्थ रहकर समाज की सेवा करते हुए महिलाओ को साहस प्रदान कर रही है।
महिलाओ के खिलाफ बढते अपराध से निराश होती है लेकिन अपराध को सहन ना करते हुए उसका
विरोध एवं शिकायत करने का सुझाव वो लगातार देती है। शहडोल जिले के बुढ़ार मे जन्मी
तथा बीएससी एवं पीजीडीसीए करने के बाद महिलाओ की सुरक्षा एवं उनके सम्मान को लक्ष्य
बनाकर पुलिस विभाग मे चयनित हुई। उन्होने बताया कि जागरूकता की कमी एवं अशिक्षा के
कारण महिलाएं शोषण एवं प्रताडना का शिकार होती है। आज के समय मे छात्राओ को शिक्षा
अनिवार्य रूप से ग्रहण करनी चाहिए। शिक्षा से ही स्वंय एवं समाज का उत्थान संभव
है।
नगर के वार्ड क्रमांक 2 में प्रतिष्ठित व्यापारी जवाहर
जैन के परिवार मे जन्म लेकर प्राथमिक शिक्षा कोतमा मे करने के बाद सीए की तैयारी
इंदौर में जाकर जुट रही। जहां परिजनो के सहयोग से वे वर्ष 2008 में सीए कम्पलीट कर
टीसीएस मे जॉब करने लगी। अपनी सफलता का श्रेय कडी मेहनत के साथ पूरे परिवार को
बताया जिन्होने हर विपरीत समय मे भी हौसला कम होने नही दिया। वर्तमान मे पुणे मे
सीए के पद पर कार्यरत है। जिन्होने अपनी कडी मेहनत से इस मुकाम पर पहुंचकर अन्य
महिलाओ के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
अनूपपुर/कोतमा। महिलाओ के सम्मान के लिए 8 मार्च को
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन समाज में
अपनी जगह बनाकर पहचान बनाई है। जिले में भी कई महिलाएं जो हार नही मानते हुए तथा
लगातार संघर्ष करते हुए अपनी प्रतिभाओ को निखारा और आज समाज की सेवा कर रही है।
अनिता प्रभा शर्मा
नगर के वार्ड क्रमांक 6 पुरानी बस्ती मे शिक्षक सीता
प्रसाद शर्मा की पुत्री अनिता शर्मा संघर्ष करते हुए डीएसपी के पद पर भोपाल मे
पदस्थ है,
जो कि नगर की पहली
पुलिस अधिकारी बन अन्य महिलाओ के लिए प्रेरणा बनी। इनकी शिक्षा स्थानीय विवेक
शिक्षा निकेतन मे 10 वीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई ग्वालियर मे की। वन रक्षक
एवं सूबेदार मे चयन होने के बाद भी लक्ष्य अधूरा मानकर संर्घष जारी रखा और अखिरकार
डीएसपी बनने का गौरव हासिल कर लिया।
वन्दना जैन
कोतमा नगर की वार्ड क्रमांक 2 निवासी विनोद जैन की
पुत्री वंदना जैन ने वर्ष 2016 बैच मे डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित होकर नगर के
एकमात्र महिला अधिकारी बनी। 18 फरवरी 1990 को किराना व्यवसाई के घर मे जन्मी तथा
12 वीं तक की शिक्षा नगर मे पूर्ण करने के बाद भोपाल में अपना भविष्य सवारने मे
जुटी रही जिसमे वर्ष 2012 मे केन्द्रीय सचिवालय के डिप्टी फील्ड ऑफिसर, वर्ष 2013 मे नायब तहसीलदार, वर्ष 2014 मे एमपी पीएससी से जिला
उप पंजीयक,
वर्ष 2015 मे जिला
संयोजक (आजाक) विभाग मे चयन हुआ लेकिन हार ना मानते हुए उन्होने वर्ष 2016 मे
डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन कर क्षेत्र का नाम रोशन किया।
क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 कदम टोला मे आदिवासी परिवार
मे जन्मी सुश्री कमला कोल मुख्य नगर पालिका अधिकारी के रूप मे प्रदेश के अलग-अलग
जिलो मे रहकर जनता की सेवा को अपना लक्ष्य बनाया। विषम परिस्थतियो मे अपनी पढाई
एवं परिवारिक बंधनो को लांधते हुए अपने लक्ष्य को लेकर कोचिंग के लिए दिल्ली सहित
बडे शहरो मे रहते हुए लगातार तैयारियो मे भाग लेते हुए वर्ष 2006 मे नगर पालिका
सीएमओ के पद पर चयनित हुई। वहीं सुश्री कमला कोल कोतमा, बिजुरी, अनूपपुर, पाली मे अपनी सेवा देते हुए इन
दिनो मैहर मे अपनी सेवा दे रही है।
श्रीमती मोहनी वर्मा
नगर की प्रथम महिला के रूप मे अपनी पहचान बनाने वाली
श्रीमती मोहनी वर्मा कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष के रूप मे महिलाओ की आदर्श मानी जा रही
है। भोपाल मे जन्मी और एमए तक की शिक्षा प्राप्त महाविद्यालय से ही समाज सेवा की
रूचि के साथ महिलाओ को आगे बढने तथा उनकी शिक्षा पर जोर देती रही। वर्ष 2002 मे
नगर के समाजसेवी धर्मेन्द्र वर्मा से विवाह उपंरात कोतमा नगर मे आई और नगर मे
छात्राओ के साथ घटी कुछ घटनाओ से ंिचंतित है जिसको लेकर छात्राओ एवं महिलाओ की
सुरक्षा पर जल्द अभियान चलाने हेतु नगर वासियो से सहयोग चाहती है।
सुनीता गुप्ता

सुश्री सोनल जैन

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