पुलिस और खनन
विभाग पर मिली भगत का आरोप
राजेन्द्रग्राम।
वेंकटनगर और खोडऱी की सीमा से सटे आलान नदी में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन दिन
दहाड़े धड़ल्ले से हो रहा है। एनजीटी के निर्देशों के विपरीत दिन-रात रेत की अवैध
निकासी हो रही हैं। गोबरी घाट, बलबहरा घाट, बरघाट सहित
अन्य क्षेत्रो ओर रेत निकाली जाती है। रेत निकासी वाले वाहनों से खेत और सड़क दोनो
को नुकसान पहुंच रहे है। इसकी जानकारी पुलिस को भी भलीभांती है। अपने जेब खर्च से
मतलब वाली पुलिस खनन स्थल से पुलिस सहायता केन्द्र की दूरी लगभग दो किलोमीटर है।
बावजूद इसके कार्यवाही नहीं हो पा रही।
दिनभर ट्रैक्टर रेत लेकर वेंकटनगर व आसपास गांव में दौड़ रहे हैं,कोई
पूछ-तांछ करने वाला नही। खनिज विभाग भी अवैध रेत खनन की जानकारी होन के बाद
कार्यवाही नहीं करना संदेह होता है। रेत यहा से बड़े-बड़े डम्फरो के माध्यम से राजेन्द्रग्राम
में खपाई जाती है। इसके पीछे कुछ बड़े माफिया शामिल है। रेत लेकर वाहन अवैध निकासी
से खोडऱी-कपरिया, लहसुना
रास्ते का उपयोग करते है। जैतहरी क्षेत्र के तिपान नदी की ओर जाने वाले मार्गो पर
कई वन डिपो के पास,गोबरी
रोड में सड़क किनारे,सिवनी
ग्राम पंचायत के क्षेत्र में में सैकडंो ट्रेक्टर अवैध रेत का स्टॉक कर इसे डम्फरो
से राजेन्द्रग्राम ले जाया जाता है। ग्रमीणो ने बताया कि किसी जैसवाल के नाम से
पूरी रात में डम्फरो ढुलाई होती है।
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