अनूपपुर।
तीसरे लॉकडाउन के दौरान गृह मंत्रालय द्वारा जारी संशोधित आदेश के तहत शासकीय
राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा शराब दुकानों 10 से 4 बजे
तक खोले जाने के आदेश के बाद दूसरे दिन 6 मई को अनूपपुर जिले में संचालित
शराब दुकानों पर अलग अलग स्वरूप देखने को मिला। कहीं शराब खरीदने लोगों ने सोशल
डिस्टेसिंग की मर्यादाओं को तार तार किया, तो कहीं दुकान संचालकों ने
कोरोना के बढ़ेन का तर्क देकर समाजहित में अपनी दुकानें बंद रखी।
जिला
मुख्यालय अनूपपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में सुबह से ही लोगों की भीड़ दुकानों के
आसपास मंडराना आरम्भ हो गया था,दुकान के शटर खुलते ही शराब खरीदने
लोगों का हुजूूम सोशल डिस्टेसिंग और कोरोना को भूल टूट पड़े। यह सिलसिल दिनभर शराब
दुकानों पर जारी रहा। वहीं बिजुरी नगरपालिका में संचालित शराब की दुकान बंद रही।
दुकान संचालक ने महंगी दुकान लेने की बात कहते हुए कोरोना संक्रमण के कारण
ग्राहकों की कमी बताया। साथ ही कहा वर्तमान में कोरोना का प्रकोप इससे बढ़ सकता है,
जिसे
समाज हित में देखते हुए बंद रखा गया है।
जिला आबकारी
अधिकारी विकास मंडलोई ने बताया कि जिले में तीन समूह अनूपपुर के 3 चचाई के 3 और
बरगवां की 2 सहित कुल 8 दुकानें खुली हुई है। जिले में 21 दुकानें हैं जिसमें 9
देसी और 12 विदेशी है शराब दुकान है। जिले में प्रतिवर्ष 47 करोड़ के आसपास राजस्व
आता है। इसमें शासन की ओर से प्रतिवर्ष 20-25 प्रतिशत वृद्धि की जाती है। वहीं
उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इस राजस्व से कोई बजट नहीं होने की बात कही है।
उनका कहना है कि आबकारी मद से ठेका होने वाली सभी दुकानों की राशि सीधा शासन के
खाते में ही जाता है।
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