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शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

परिजनों ने किया अपनी पुत्रियों का अंतिम संस्कार, पुलिस सुरक्षा में हुई अंत्येष्ठि



3 वर्षीय पुत्र ने दी दोनों माताओं को एक साथ मुखाग्नि, एक ही चिता पर जली जेठानी-देवरानी
अनूपपुर। कहते है पति के दरवाजे से निकली पत्नी की अर्थी को पति के हाथों मुखाग्नि मिल जाती है तो पत्नी मोक्ष प्राप्ति होती है। लेकिन भालूमाड़ा में हाल के दिनों में अपनी पत्नी के साथ निर्मम हत्या के साथ अपनी भाभी को भी गोली मारकर मौत की नींद सुलाने वाले आरोपी को आज अपनी कुकृत के कारण अंतिम दर्शन से भी वंचित कर दिया गया। यहीं नहीं आरोपी के साथ साथ उसके परिजनों को भी श्मसान घाट से दूर रखते हुए आरोपी की पत्नी के साथ साथ भाभी के शव को आरोपी के तीन वर्षीय पुत्र ने एक साथ एक ही चिता पर मुखाग्नि देकर अपने पुत्र धर्म का निर्वहन करा दिया। कुछ ऐसा ही नजारा भालूमाड़ा में देखने को मिला, जहां थाना के जमुना कॉलोनी वार्ड क्रमांक 1 में 5 अगस्त की शाम परिवारिक अंर्तकलह में पति निर्मल झा द्वारा अपनी 25 वर्षीय पत्नी मधु झा और 27 वर्षीय भाभी अर्चना झा को गोली मार की गई हत्या में पांचवें दिन गुरूवार 9 अगस्त को दोनों मृतिकाओं के परिजन पुत्रियों के अंतिम संस्कार में जमुना कॉलोनी पहुंचे।  सुबह परिजनों ने अस्पताल के मर्चुरी में रखे शव को लेने से इंकार करते हुए इस दोहरी हत्या में आरोपी के बड़े भाई शीतल झा, पिता भ्रमरकांत झा सहित मां सुचिता देवी पर भी मामला दर्ज करने के उपरांत शवों के अंतिम संस्कार की बात कही। परिजनों का कहना था कि इस हत्या में आरोपी के साथ साथ उनके माता पिता की भी उतनी ही भागीदारी है। साजिशपूर्ण हत्या में माता पिता ने जानबूझ कर दिल्ली जाने का बहाना लेकर अपने पुत्र से दोनों की हत्या करवा दी। परिजनों का कहना था कि भ्रमरकांत के दोनों पुत्रों द्वारा शादी के बाद से ही दोनों बहुओं के साथ मारपीट कर उसे प्रताडि़त करता था। जिसमें लड़की पक्ष की नाराजगी पर दोनों परिवारों के बीच गांव में ही आपसी समझौता हुआ था, इसमें लड़का पक्ष ने आगे से अपनी पत्नियों के साथ मारपीट नहीं किए जाने तथा शांतिपूर्ण रखने के शपथ पत्र दिए थे। लेकिन बाद में पुन: पतियों द्वारा अपनी पत्नियों के साथ मारपीट की गई और पुत्रियां वापस मायके लौट आई थी। हालांकि मामले में पुलिस व स्थानीय लोगों ने मामले को शांत कराते हुए परिजनों से शव के अंतिम संस्कार के लिए अपील की। लेकिन इस मौके पर परिजनों ने पुलिस व स्थानीय लोगों से एक शर्त रखी। जिसमें दोनों पुत्रियों के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में ससुराल पक्षवालों को कार्यक्रम में शामिल होने से वंचित कर दिया। परिजनों का कहना था कि उनकी दोनों बेटियों के अंतिम संस्कार में आरोपी के परिजन शामिल नहीं होंगे। इसके बाद पुलिस सुरक्षा में भालूमाड़ा केवईनदी घाट पर शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार अंतिम संस्कार में तीन वर्षीय पुत्र मारूति ने एक ही चिता पर दोनों माताओं (मां और चाची)को मुखाग्नि देकर पुत्र धर्म का निर्वहन किया। कार्यक्रम के उपरांत थाने में सभी मायके पक्ष को उनके बयान के लिए बुलाया गया है, वहीं अर्चना के पिता मुन्नालाल झा ने एक शपथ पत्र देकर अपने बेटी मधु व अर्चना के हत्या के लिए पति शीतल झा ससुर भवर कांत सास सुचिता देवी पर नियोजित पूर्वक निर्मल झा द्वारा हत्या कराया गया है की शिकायत दर्ज कराई है।

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