अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बैरीबांध अमरकंटक रोड के किनारे खड़े रेत से भरे डंफर वाहन के ऊपर चालक का शव मिलने की सूचना वाहन मालिक द्वारा 29 सितम्बर की शाम पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय लाया गया, 30 सितम्बर की सुबह शव का पोस्टमार्डम कराते हुये मामले की जांच में जुट गई। जानकारी के अनुसार करंट लगने से चालक मोहन सिंह की मौत होने की संभावना जताई जा रही है साथ ही किसी अज्ञात के द्वारा साक्ष्य व घटना स्थल से छेड़छाड़ करने का अनुमान है। फिलहाल पुलिस द्वारा पोस्टमार्डम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के पता चलने की बात कही गई है।
यह था मामला
डंफर वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए 0483 के
स्वामी बसंत जायसवाल ने बताया कि डंफर को लेकर चालक 40 वर्ष मोहन सिंह पुत्र शेर
सिंह गोड़ निवासी धीरूटोला राजेन्द्रग्राम से रेत भर करने दमना रेत भंडारण गया हुआ
था, जहां 30
सितम्बर की सुबह 8.10 बजे टीपी कटने के बाद वाहन मालिक द्वारा सुबह 9 बजे से चालक
मोहन सिंह को फोन किया जा रहा था, लेकिन चालक के फोन नही उठाने के बाद वाहन
स्वामी अपने वाहन को ढूंढते हुये अनूपपुर की ओर आ रहा था, रास्ते में
ग्राम बैरीबांध के पास सड़क के किनारे उसका डंफर वाहन खड़ा मिला। जिसके बाद उसने
वाहन के अंदर देखा तो उसमें कोई नही था और डंफर की चॉभी उसमें ही लगी थी। जिसके
बाद डंफर वाहन के ऊपर लोड़ रेत पर चालक का शव देखने पर उसने तत्काल सूचना पुलिस को
दी।
सक्ष्य वा घटना स्थल से छेड़छाड़
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने
घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण किया गया, जहां शव के सिर वा पैर पर चोट के निशान
देखे जाने पर पुलिस डंफर वाहन को जिला अस्पताल लाते हुये शव को नीचे उतरवाया गया।
जहां शव निरीक्षण के दौरान संभावना जताई जा रही है कि चालक मोहन सिंह गोंड़ की मौत
करंट की चपेट में आने से हुई है। लेकिन ग्राम बैरीबांध सड़क के किनारे जिस स्थान पर
पुलिस को डंफर वाहन मिला था, उसके ऊपर से कोई भी विद्युत लाईन नही गुजरी
थी। जिस पर अनुमान लगाया गया कि जिस स्थल पर चालक की करंट से मौत हुई है उस स्थान
को छिपाने के लिये किसी व्यक्ति द्वारा उक्त डंफर वाहन को ग्राम बैरीबांध में सड़क
के नीचे खड़ा कर भाग निकला है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें