डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े ममता के परिजन, बोले, सीएमएचओ ने डॉक्टर से मांगा स्पष्टीकरण, गठित की जांच टीम
अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर वार्ड 12 अमरकंटक रोड निवासी जितेंद्र पांडेय की पत्नी ममता (45) की हाई ब्लड प्रेशर अचानक तबीयत खराब होने पर शुक्रवार की दोपहर 3 बजे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यहां सही इलाज न मिलने के कारण शाम 7 बजे मौत हो गई। इस दौरान एक भी डॉक्टर एक भी बार मरीज को देखने नहीं आए। जबकि परिजन बार- बार इलाज के लिए गुहार लगाते रहें। शनिवार की सुबह पोस्टमार्डम के बाद परिजन डॉक्टर पर कार्यवाई के बिना शव उठाने को मना कर दिया। जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया और डॉक्टर के खिलाफ पांच सदस्यीय टीम बनाकर जांच के बाद कार्रवाई के अश्वासन पर शव उठा अंतिम संस्कार के लिए उठाया।वहीं ने डॉक्टर गणेश प्रजापति को तत्काल प्रभाव से जिला चिकित्सालय अनूपपुर की ड्यूटी से हटा दिया गया।
जानकारी अनुसार शुक्रवार की दोपहर 3 बजे अनूपपुर
वार्ड निवासी जितेंद्र पांडेय की पत्नी 45 वर्षीय ममता की अचानक तबीयत खराब होने
पर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जिसके बाद डॉक्टर की तलास प्रारंभ की गई। शाम 4 बजे से मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने
पर ड्यूटी डॉक्टर को मरीज को देखने के परिजनों ने मिन्नत की तो ड्यूटी डॉक्टर ने
यह कहकर परिजनों को भगा दिया कि मेरी ड्यूटी नीचे है। ऊपर जाकर मरीज को नहीं
देखूंगा। मैनेजमेंट से जाकर बात करो जहां शिकायत करना हो कर दो मेरा कुछ नही होने
वाला है। डॉक्टर की लापरवाही सही समय पर पर्याप्त इलाज न मिलने के कारण महिला की
मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर द्वारा इलाज न करने पर कार्यवाई को लेकर हंगामा
जारी रहा। शनिवार की सुबह पांच डॉक्टर की टीम ने पोस्टमार्डम किया। परिजनों ने इसके
बाद डॉक्टर पर कार्यवाई की लेकर अड़े रहें और कहां कि जबतक डॉक्टर पर कार्रवाई
नहीं होती वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जिस पर सीएमएचओ ने लापरवाह डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगते हुए पांच सदस्यीय टीम
बनाकर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर दिया।
एक अन्य घटना में सेवानिर्वत लाईनमैन बजरंगी
को शुक्रवार को शुगर की शिकायत के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, यहा भी डॉक्टर
की लापरवाही से ग्लूकोज की बाटल चढ़ाने से मृत्यु होने की सूचना हैं। वहीं बजरंगी
के परिजनों ने कहा कि जब प्रशासन को कोई कार्यवाई करनी नहीं तो शिकायत का कोई लाभ नहीं।
वहीं ममता पाण्डेय को समय पर इलाज न देने वाने
डॉक्टर गणेश प्रजापति को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तत्काल प्रभाव
से जिला चिकित्सालय अनूपपुर की ड्यूटी से हटा दिया गया। जानकारी अनुसार मुख्य
चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर ने जांच कमेटी के समक्ष शाम 5 बजे सिविल
सर्जन कार्यालय में डॉक्टर गणेश प्रजापति को उपस्थित होने के निर्देश दियें हैं और
अनुपस्थिति की दशा में एकपक्षीय कार्रवाई करने की बात कहीं हैं।
लगतार 4 दिनों से जिला चिकित्सालय में इस तरह
के हंगामे होते रहें किन्तु जिला प्रशासन के अधिकारी कोई जिला चिकित्सालय नहीं पहुंचे
जो पीडित के परिजनो को समझा सकें। वहीं पुलिस की सूझबूझ से दोनो ही मामले असानी से
सुलझ सकें। शनिवार को मामता पांडेय के परिजनों द्वारा कार्यवाई की मांग के दौरान हंगामें
कि स्थिति पर एसडीएम अनूपपुर कुछ देर के लिए जिला चिकित्सालय पहुंची।
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