आयुक्त, कलेक्टर, एवं जिला शिक्षा अधिकारी को छात्रो ने सौपा ज्ञापन
अनूपपुर शिक्षा की पवित्रता पर जब प्राचार्य और मैनेजमेंट ही ध्यान न दे और उसें
अपना लाभ मानकर कार्य करे तो उस विधालय की गरिमा पर प्रश्न चिन्ह लगना कोई नई बात नही
है।
अच्छी
सोच, अच्छे संस्कार और छात्रों के अच्छे भविष्य की सोच लेकर डी. व्ही. एम. पब्लिक सीनियर
सेकेण्डरी स्कूल का संचालन प्रारम्भ किया गया था। अंग्रेजी मीडियम से छात्रों का भविष्य संवारने वाले विद्यालय का हाल पूरी तरह से
बेहाल है। पर्याप्त शिक्षकों की विषयवार शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होने से अध्ययनरत
छात्रों का भविष्य अन्धकारमय हो गया है।
पता
चला कि कक्षा 12वीं में छात्रों की संख्या 33 थी लेकिन जब रिजल्ट घोषित हुआ तो मात्र
6 छात्र ही पास हो पाए 27 छात्र अनुत्तीर्ण घोषित किए गए। रिजल्ट देख अध्ययनरत छात्र
आक्रोशित हो गए और आयुक्त शहडोल संभाग, कलेक्टर अनूपपुर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के
नाम ज्ञापन सौप कर डी. व्ही. एम. पब्लिक सीनियर सेकेण्डरी स्कूल की मान्यता रद्द करने
एवं मेनेजमेन्ट एवं प्राचार्य के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। छात्रों ने कहा
कि जब प्राचार्य से मेनेजमेन्ट से शिक्षको की मांग की जाती है तो वो टी.सी. ले लो और
अन्य स्कूल मे जाकर पढ़ो की धमकी देती है।
छात्रो
ने बताया कि खराब रिजल्ट का मूल कारण स्कूल में शिक्षा का संचालन ढंग से न होना। स्कूल
का संचालन प्राचार्य सुशीला कुलवंत के द्वारा किया जा रहा है शिक्षकों की संख्या नहीं
होने के कारण हम छात्रों का भविष्य अन्धकारमय हो गया है। जब भी हम छात्रों के द्वारा
प्राचार्य से शिक्षकों की व्यवस्था के विषय पर पूछा जाता है तो प्राचार्य के द्वारा
यह कहा जाता गाया जाता है कि तुम लोगों को जैसा पढ़ाई दे रहे हैं पढ़ो नहीं तो अपना टी.सी.
लेकर किसी और स्कूल में चले जाओं। यदि सभी
छात्र बीच सत्र मे टी.सी. भी लेते तो किसी दूसरी स्कूल मे एडमीशन नही मिलता इसीका फायदा उठाकर वहां के प्राचार्य आये
दिन टी.सी. देने की धमकी देती और यदि अभिभावक स्कूल जाते हैं तो उनके साथ भी अभद्रता
का व्यवहार किया जाता था। प्राचार्य की धमकी व स्कूल में शिक्षकों के अभाव के कारण
हम सभी छात्रों की शिक्षा प्रभावित रही, हमारे अभिभावको द्वारा पुर्ण ट्यूशन फीस दिया
जाता रहा और हमें पूर्ण शिक्षा से वंचित रहना पड़ा जिसका असर हमारे रिजल्ट पर पूर्ण
रूप से पड़ा। जिसकी भरपाई भविष्य में संभव नहीं है जिससे हमें अत्यधिक मानसिक रूप से
परेशानी हुई प्राचार्य के द्वारा हमें वर्षभर गुमराह किया गया।
छात्रों
ने उच्चाधिकारियो से मांग की है कि डी.व्ही.एम. पब्लिक सीनियर सेकेण्डरी
स्कूल अनूपपुर के प्राचार्य एवं प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्यवाई
करते हुये स्कूल की मान्यता रद्द किये जाने की कृपा करें जिससे छात्रों के
भविष्य की
रक्षा की जा सके तथा छात्रों की फीस वापस कराने की दया हो जिससे छात्र
अन्यत्र स्कूल
में प्रवेश लेकर अपनी शिक्षा पूरी कर सके।
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