आसपास के लोगो ने झाडियों से नवजात को निकाल उपचार के लिए कराया भर्ती
अनूपपुर। मामता को शर्मसार करने वाली घटना, जिसमें कलयुगी मॉ ने अपने नवजात बच्चे को जन्म के तत्काल बाद झाडियों में फेंक दिया, जहां झाडियों में नवजात को चिंटियो ने खाना प्रारंभ दिया, वहीं चिटिंयों के काटने से नवजात के रोने की आवाज सुन आसपास के लोगो ने खून से लथपथ नवजात बच्चे को उठाकर तत्काल ही उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराते हुए सूचना कोतवाली पुलिस को दी। जहां नवजात की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरो ने उसे तत्काल एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 9 इंदिरा तिराहे के पास 20 जुलाई की सुबह लगभग 8 बजे झाडियो के बीच बच्चे के रोने की आवाज सुन नीलेश कुशवाहा और उमाकांत जायसवाल ने झाडियों के बीच से नवजात को ढूंढ बाहर निकाला गया, जहां नवजात के नवजात के पूरे शरीर को चीटियां नोंच-नोंचकर खा रही थी, जहां नीलेश ने तत्काल नवजात को उठाकर ममता कहार को दिया और ममता कहार ने नवजात के शरीर से चिपकी चीटिंयों को हटाते हुए उसे बच्चे को पानी से साफ किया, जहां नवजात के पूरा शरीर जख्मी था और जगह-जगह से खून बह रहआ था। जिसके बाद नवजात की हालत देखते हुए उन्होने तत्काल नवजात को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। फिलहाल नवजात की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसका उपचार एसएनसीयू वार्ड में किया जा रहा है। पुलिस भी मामले में आसपास के लोगों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
अनूपपुर। मामता को शर्मसार करने वाली घटना, जिसमें कलयुगी मॉ ने अपने नवजात बच्चे को जन्म के तत्काल बाद झाडियों में फेंक दिया, जहां झाडियों में नवजात को चिंटियो ने खाना प्रारंभ दिया, वहीं चिटिंयों के काटने से नवजात के रोने की आवाज सुन आसपास के लोगो ने खून से लथपथ नवजात बच्चे को उठाकर तत्काल ही उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराते हुए सूचना कोतवाली पुलिस को दी। जहां नवजात की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरो ने उसे तत्काल एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 9 इंदिरा तिराहे के पास 20 जुलाई की सुबह लगभग 8 बजे झाडियो के बीच बच्चे के रोने की आवाज सुन नीलेश कुशवाहा और उमाकांत जायसवाल ने झाडियों के बीच से नवजात को ढूंढ बाहर निकाला गया, जहां नवजात के नवजात के पूरे शरीर को चीटियां नोंच-नोंचकर खा रही थी, जहां नीलेश ने तत्काल नवजात को उठाकर ममता कहार को दिया और ममता कहार ने नवजात के शरीर से चिपकी चीटिंयों को हटाते हुए उसे बच्चे को पानी से साफ किया, जहां नवजात के पूरा शरीर जख्मी था और जगह-जगह से खून बह रहआ था। जिसके बाद नवजात की हालत देखते हुए उन्होने तत्काल नवजात को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। फिलहाल नवजात की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसका उपचार एसएनसीयू वार्ड में किया जा रहा है। पुलिस भी मामले में आसपास के लोगों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
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