राजेश शुक्ला
अनूपपुर।
आगामी 1 अगस्त को मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ जिले के पुष्पराजगढ
विकासखण्ड से प्रारंभ होकर जिला मुख्यालय अनूपपुर से कोतमा और फिर शहडोल जिले में प्रवेश
करेगी। जब से जिले में नये जिलाधिकारी की तैनाती हुई है तब से भ्रष्टाचारियों पर लगाम
कसी जा रही है। जिसे लेकर पंचायत प्रतिनिधि व जनपद के लोग इससे खासे परेशान हैं। अब
तक हो रहे भ्रष्टाचारों पर अधिकारी की तिरछी नजर के कारण पुराने भ्रष्टाचार उजागर हो
रहे हैं और इस पर पंचायत प्रतिनिधि सचिव पर कार्यवाही भी हुई है। जिसमें पंचायत सचिवों
की सेवा समाप्त व सरपंचों को पद से पृथक किया गया है। अबतक दर्जन भर लोगो पर कार्यवाही
की गई,जिसमें एक पूर्व सरपंच को जेल भी भेजा गया है। जिसे लेकर पंचायत प्रतिनिधि लामबंद
होकर मुख्यमंत्री से इस आशय की शिकायत करेंगे। सूत्रों की मानें तो 1 अगस्त को मुख्यमंत्री
पुष्पराजगढ से यात्रा प्रारंभ करेंगे, इसी का फायदा उठाकर सरपंच, पंच, पंचायत सचिव,
रोजगार सहायक सहित जनपद के अधिकारी शामिल होकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी
को हटाने की मांग करेंगे। इसमें पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड के ११९ पंचायतों के सभी पंचायत
प्रतिनिधि, सचिव व अन्य शामिल होकर अपनी मांग मनवाने के लिए मुख्यमंत्री को बाध्य करने
का विचार कर रहे हैं। अगर यह सत्य है तो मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा में बिघ्र
पडता दिखाई दे रहा है, जिसे लेकर प्रशासन अभी से सजग है।
एक ओर सरकार भ्रष्टाचार
के खिलाफ अपनी लड़ाई लड रही है तो वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार में लिप्त प्रतिनिधि व
अधिकारी इसका विरोध कर रहे हैं। अब मुख्यमंत्री को यह तय करना है कि जिले को भ्रष्टाचार
से मुक्त करना है या आंदोलनकारियों का साथ देना है। वैसे भी जिले में पुष्पराजगढ विकासखण्ड
में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं है, प्रत्येक पंचायतों में भ्रष्टाचार की नई-नई कहानियां
उजागर हो रही है। इतना ही नहीं विकासखण्ड मुख्यालय भी इससे अछूता नहीं है। ऐसा तो कोई
शासकीय सेवक नहीं जो इसमें डुबकी न लगाई हो। सूत्रों की मानें तो इसमें सबसे बड़ा रोल
विभाग के उपयंत्री व जनपद के मुखिया का होता है। अब जब ईमानदार जिले के अधिकारी इस
पर लगाम लगाने का प्रयास किया तो भ्रष्टाचारियों में हाहाकार मच गया। ताबडतोड कार्यवाही
से नाराज अधिकारी पंचायत प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से अपना दुखडा रोयेंगे। वैसे आमजन इस
कार्यवाही से प्रसन्न हैं कि अब शासन की योजनाओं का लाभ सीधे हितग्राहियों तक पहुंच
रहा है। इसका श्रेय इन नवागत अधिकारियों को जाता है, जिन्होंने इस पर लगाम कस आमजन
को लाभ दिलाने में सहायक बनी हैं।
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