अनूपपुर। जैतपुर से अनूपपुर जिला
मुख्यालय को जोडऩे एमपीआरडीसी विभाग जीएचवी कंपनी द्वारा 36 किमी की सड़क 170 लाख
की लागत से बनवा रही है। जैतपुर से गिरवा तक सड़क बन गई है। गिरवा से रामपुर तक
सड़क अभी हाल में बना ली गई है। जिले की सीमा में सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया
जा रहा है। रामपुर से खांड़ा गांव के मध्य कठना नदी में मार्च माह के दौरान ठेका
कंपनी द्वारा पुल बनाने का काम शुरू किया गया किंतु कार्य में लेटलतीफी ऐसी की गई
कि 4 माह बाद भी पुल नहीं बनाया जा सका। बारिश आ गई और अब आवागमन के लिए जो अस्थाई
डायवर्सन पुल ढोला डालकर बनाया गया था। 8 जुलाई के बाद 14 जुलाई की दोपहर फिर से
बारिश के तेज बहाव वाले पानी में पूरी तरह बह गया, जिससे मार्ग से आवागमन फिर पूरी
तरह ठप्प हो गया है। वाहनो का चलना बंद होने से आमजन की परेशानियां बढ़ गई हैं।
पहले तो कंपनी ने कठना नदी पर
बने पुल को गर्मी के मौसम में तोड़ दिया। यहां पर 50 मीटर से अधिक की लंबाई का पुल
बनाया जाना है। एमपीआरडीसी और जीएचवी कंपनी को सड़क बनाने के दौरान मालूम था फिर
भी उसने समय-सीमा का ध्यान नहीं रखा। कार्य में देरी की, यदि नदी में
पुल बनाने की कार्रवाई जनवरी माह से पूर्व में शुरू कर दी जाती तो पुल अब तब तैयार
हो जाता। यहां तक की कंपनी ने बारिश के मद्दे नजर डायवर्सन पुल को लेकर भी
लापरवाही बरती। इस बात को हल्के मे लिया गया कि बारिश में बहाव से डायवर्सन मार्ग
नहीं बहेगा। अब हालत यह हो गई है कि जरा सी बरसात में रास्ता पूरा बंद हो रहा है।
शनिवार सुबह क्षेत्र में हुई बारिश से नदी का जल स्तर बढ़ गया और निर्माणाधीन पुल
के बगल में बनाई गई डायवर्सन पुल मार्ग बह गया। रास्ता बंद होने से बस सहित अन्य
वाहनों का गुजरना बंद हो गया है। दो पहिया वाहन भी पुल के स्थान पर भरे पानी से
नहीं आ जा पा रहे हैं। बहाव इतना तेज था कि जो दो ढोल लगाए गए थे वह बह गए। जैतपुर
क्षेत्र में चिकित्सा की उचित व्यवस्था न होने से इस क्षेत्र के ग्रामीण अनूपपुर
इलाज के लिए पूरी तरह निर्भर हैं। इसी तरह यहां से कई विद्यार्थी उच्च शिक्षा
ग्रहण करने के लिए बस से प्रतिदिन आना-जाना करते हैं। रेल यातायात के लिए भी इसी
रास्ते से लोग आते हैं। एक तरह से रामपुर, गिरवा, केशवाही सहित अन्य गांव के लोगों
को अनूपपुर आना सीधा और सुलभ रहता है। इस पुल के बहने से ग्रामीण और बस से यात्रा
करने वाले आमजन सभी प्रभावित हुए हैं। मजदूरी करने इस क्षेत्र से जो मजदूर आते थे
और जो किसान बाजार करने जाते है। बस सहित जीप, ऑटो चलते हैं, जो बंद हो गए
हैं। डायवर्सन पुल के बहने से आने वाले सप्ताह भर मार्ग को तैयार करना कंपनी के
लिए एक चुनौती ही है। ऐसी दशा में रास्ता अभी कुछ और दिन बंद रहेगा। जिससे लोगों
की परेशानियां बढ़ जाएंगी।
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इनका कहना है
बारिश थमने और नदी का जल स्तर कम
होने पर स्थल का अवलोकन कर दूसरी डायवर्सन रोड बनाई जाएगी, ताकि आवागमन
प्रभावित न हो
डीपी तिवारी प्रबंधक एमपीआरडीसी
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