अनूपपुर। जनपद अनूपपुर
के ग्राम पंचायत परासी में संचालित शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय विभागीय
अधिकारियों की अनदेखी के चलते कई समस्याओं से जूझ रहा है। विद्यालय प्रांगण में
बालिका छात्रावास भी संचालित है। विद्यालय में लगभग 107 बालिकाएं
अध्ययनरत हैं,
जिन्हे संस्था में बेहतर सुविधा न होने से पढ़ाई करने में परेशानी उठानी पड़
रही है। विद्यालय में चार कमरे हैं जिनमें से दो कमरों में बरसात का पानी भर रहा
है। बारिश होने पर 1 से 8 की छात्राओं को दो कमरों में बैठाया जाता। भवन की समस्या
जनपद शिक्षा केंद्र को है, लेकिन नए भवन का निर्माण न कराए जाने से जगह की समस्या आ
रही है। कन्या विद्यालय में कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाएं लग रही हैं।
छात्रावास की बालिकाओं के साथ ही गांव की बालिकाएं अध्ययनरत हैं। स्कूल में
बाउंड्रीवाल तो है लेकिन गेट खराब होने के कारण एवं मरम्मत न कराए जाने से
बालिकाएं स्कूल लगने के बाद अक्सर बाहर निकल आती हैं। जिससे सुरक्षा नहीं हो पाती।
भवन के सामने नाली का निर्माण पंचायत ने कराया था, लेकिन स्कूल के प्रवेश द्वार पर
नाली खुली छोड़ दी गई, नाली में बडा गड्ढा होने से गिरने का डर बना रहता है। साथ
ही सायकल लेकर आने वाली छात्राओं को असुविधा होती है।
परासी का प्राथमिक शाला वर्ष 2015-16 में
माध्यमिक शाला में उन्नयन हुआ था। उन्नयन के पश्चात विद्यालय को जो शैक्षिक
सुविधाएं विभाग से मिलनी चाहिए वह नहीं दी गई। न तो माध्यमिक शाला के लिए भवन मिला
और न ही स्टाफ। केवल एक शिक्षक विद्यालय में दिए गए प्राथमिक विद्यालय में एक
शिक्षक है। इन शिक्षकों को संस्था प्रभारी का कार्य खुद करना पड़ता है। पढ़ाने एवं
विभागीय कार्य दोनो करने के कारण यहां की छात्राओं को शिक्षक विषयवार पढ़ाई नहीं
करा पा रहे। प्रध्यानाध्यापक इस विद्यालय में नहीं हैं। विद्यालय में दो शौचालय का
निर्माण कराया गया था जिनमें एक पूरी तरह तरह ध्वस्त हो गया है। दूसरा जो उपयोग हो
रहा है उसमें पानी की व्यवस्था न होने की वजह से छात्राओं को बाल्टी से पानी लेकर
जाना पड़ता है इसके साथ ही बनाए गए फर्स भी पूरी तरह उखड़ गई है जिससे छात्राओं को
परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इनका कहना है
विद्यालय का गेट 15 दिनों पूर्व
टूट गया था, जिसकी
मरम्मत कराई जा रही है। शीघ्र ही उसे मुख्य द्वार पर लगाया जाएगा। साथ ही निर्मित
नाली में ढक्कन लगाने के लिए सरपंच से कहा जाएगा। विद्यालय में शौचालय व अन्य
समस्याओं की जानकारी संकुल को भेजी जा चुकी है।
रामराघव विश्वकर्मा,अध्यापक
शा.मा.कन्या विद्यालय परासी
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