अनूपपुर। शासकीय
उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है, जहां विद्यालय
के कक्ष मे दरारे साफ एवं जगह-जगह उखडी
प्लास्टर के साथ ही कमरो की छते तो नीचे की ओर झुक गई है। वहीं बरसात के दिनो मे
कमरो मे पानी टपकने के कारण जहां छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ता है। इतना ही
नही विद्यालय मे शिक्षको की कमी के कारण बच्चो की पढाई भी प्रभावित हो रही है।
दुर्घटनाओं की बनी आशंका
जानकारी के अनुसार कक्षा 6वीं से
12वीं तक की कक्षाए संचालित होने वाले विद्यालय मे 1000 छात्र-छात्राए अध्ययनरत है, जिसमे गणित, कॉमर्स, कृषि, बॉयो एवं कला
संकाय की कक्षाएं संचालित है। जहां भवन की दयनीय स्थिति एवं जर्जर कमरो मे शिक्षको
को मजबूरन छात्र-छात्राओ को शिक्षा देने के साथ उनकी सुरक्षा से खिलवाड किया जा
रहा है। विद्यालय के 22 कमरो मे 4 कक्ष के भवनो की छते गिरने की कगार मे पहुंचने
के कारण उनको बंद कर दिया गया है। वही आधा दर्जन कक्षाओं मे अभी भी बरसात के दिनो
में बाढ जैसी हालात निर्मित हो गई है।
प्लास्टर गिरने से बना रहता भय
शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय की
अव्यवस्थाओं एवं जर्जर भवनो को ध्यान ना दिए जाने के कारण कई बार स्कूल समय मे ही
प्लास्टर गिरने के कारण छात्राओ को चोट लग चुकी है। जिससे छात्राएं आए दिन दहशत मे
रहती है। स्कूलो की बदहाली एवं जर्जर को लेकर स्कूल प्रबंधन द्वारा कई बार भवनो के
मरम्मत को लेकर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग एवं कालरी प्रबंधन से मांग किए जाने के बाद भी
की गई लेकिन इस ओर किसी तरह का ध्यान नही दिया गया।
शिक्षको की कमी से जूझ रहा
विद्यालय
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मे
शिक्षको की भारी कमी के कारण छात्र-छात्राओ की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने
में परेशानी होने के बाद भी इस ओर किसी तरह का ध्यान नही दिया जा रहा है। स्कूल मे
11 व्याख्याता,
10 उच्च श्रेणी शिक्षक एवं 5 सहायक शिक्षको के पद रिक्त होने से सभी कक्षाओं
के छात्र-छात्राएं परेशान होते है। वही लंबे समय से शिक्षको के ना होने के कारण
छात्राओं का परीक्षा परिणाम भी कमजोर रहता है। विद्यालय मे पढने वाले
छात्र-छात्राएं एवं उनके परिजनो ने जिला कलेक्टर एवं सहायक आयुक्त से जर्जर हो
चुके भवनो की मरम्मत एवं शिक्षको की भर्ती करने की मांग की गई है।
इनका कहना है
भवन काफी पुराना है, कुछ कमरे
जीर्णर्शीण हालत मेें है। शिक्षको की कमी को लेकर उच्च अधिकारियो को लगातार अवगत
कराया जा रहा है।
आर. के. मिश्रा, प्राचार्य
उत्कृष्ट विद्यालय कोतमा

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