अनूपपुर। शासन द्वारा
प्रदेश की सभी नदियो के संरक्षण एवं नदियो के वास्तविक स्वरूप को बचाए रखने के लिए
रेत खनन पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके कोतमा एवं आसपास के
क्षेत्रो से निकलने वाली केवई नदी मे रेत माफियाओ द्वारा रेत की चोरी कर नदियो का
अस्तित्व बिगडने में लगे हुए है। जिसके कारण इस भीषण गर्मी में नदियो की धार सूखने
लगी है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र की जमुडी घाट, इमली घाट, चंगेरी घाट, दारसागर घाट सहित अन्य घाटो मे शासन द्वारा रेत खदान की स्वीकृति नही देने के
बाद भी पिछले कई माहो से प्रतिदिन रेत का अवैध उत्खनन कर उसका परिवहन किया जा रहा
है।
खनिज विभाग बना उदासीन
कोतमा क्षेत्र
मे रेत खनन माफियाओ द्वारा बिना किसी भय के रात दिन नदियो के बीच से रेत का उत्खनन
कर जहां नदी का अस्तित्व बिगाडने में लगे हुए है, वहीं इसकी लगातार शिकायत के बाद भी खनिज विभाग द्वारा इस ओर किसी तरह की
कार्यवाही करने से बचती आ रही है। लगातार शिकायत के बाद जहां खनिज विभाग के अधिकारियो
द्वारा दिखावे के लिए एकाद वाहनो को पकडकर रेत के अवैध परिवहन का मामला बना अपना
कागजी कोरम पूरा कर अपने कर्तव्यो से इतिश्री कर लेते है।
इन जगहो पर होता अवैध उत्खनन
कोतमा क्षेत्र
अंतर्गत पंपघाट, पयारी घाट, दारसागर, जमुडी घाट, इमली घाट, संयासी घाट, चंगेरी, पैरीचूहा, पथरौडी, केवई बैरियर घाट, लतार, धुरवासिन, बिछियाडांड के घाटो सेे रेत माफियाओ द्वारा रात दिन दर्जनो वाहनो के माध्यम से
रेत का अवैध उत्खनन कर उसका परिवहन किया जाता है। लेकिन खनिज विभाग द्वारा इन जगहो
पर किसी तरह की कार्यवाही करने से बचती आ रही है।
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