अनूपपुर। नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 450 से अधिक एनसीसी
कैडेट्स ने रविवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक परिसर
का शैक्षणिक भ्रमण कर विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर
एनसीसी के वरिष्ठ अधिकारी और कैडेट्स परिसर की अनूठी संस्कृति से अभिभूत नजर आए।
दो ग्रुप में विश्वविद्यालय का भ्रमण करने आए ये कैडेट्स अमरकटंक में आयोजित ऑल
इंडिया ट्रैकिंग एक्सिपिडिशन कैंप में भाग लेने आए थे। इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ, बिहार और
झारखंड के एनसीसी कैडेट्स शामिल थे। डिप्टी कैंप कमाडेंट कर्नल बी. रामनी के
नेतृत्व में सभी कैडेट्स ने विश्वविद्यालय में बने आदिवासी म्यूजियम को देखा
जिसमें प्रमुख रूप से अमरकटंक क्षेत्र की प्राचीन संस्कृति को प्रदर्शित किया गया
है। यहां डॉ. गौरी शंकर महापात्र ने कैडेट्स को अमरकटंक की प्राचीन और ऐतिहासिक
संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की।
कुलसचिव प्रो.किशोर गायकवाड़ ने विश्वविद्यालय द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र
में दिए जा रहे योगदान को रेखांकित करते हुए औषधीय पौधों के संरक्षण और संवर्द्धन
के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। कर्नल रामनी ने अमरकटंक के
ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा क्षेत्र के विकास में किए
जा रहे प्रयासों को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय जनजातीय
संस्कृति को संरक्षित कर भारतीय परंपराओं को सहेजने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा
है।
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