अनूपपुर। भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिको को जारी किया गया नि: शुल्क पहचान पत्र
आधार कार्ड को बनवाने के लिए जिला मुख्यालय में खुली लूट मची हुई है, जहां आधार कार्ड बनवाने, आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक कराने तथा आधार कार्ड की दूसरी प्रति
निकलवाने के नाम पर उपभोक्ताओ से अपडेशन फीस २५ रूपए के अतिरिक्त 120 रूपए तक लिया जा रहा
है, जिसकी लगातार शिकायतो के बाद भी
ई-गर्वेनेंस अधिकारी द्वारा इस ओर किसी तरह का ध्यान नही देते हुए प्राइवेट
सेक्टरो में संचालित आधार कार्ड बनवाने के नाम खुली छूट दे रखी है। जहां इन मशीनो
को कैम्प के नाम पर इन प्राइवेट सेक्टरो पर ऑपरेट किया जा रहा है।
ई-गर्वेनेंश मशीन का उपयोग प्राइवेट सेक्टर में
संयुक्त कलेक्ट्रेट में संचालित ई-गर्वेनेश की आधार मशीन का नियम विरूद्ध रूप
से प्राइवेट सेक्टरो में उपयोग किया जा रहा है। जबकि नियमानुसार ई-गर्वेनेंश मशीन
का उपयोग गर्वेमेंट सेक्टर में कर उपभोक्ताओ का नि:शुल्क आधार कार्ड बनाना है, लेकिन ई-गर्वेनेंस अधिकारी ने अपने ही कार्यालय की शासकीय मशीन को प्राइवेट
सेक्टरो में नियम विरूद्ध तरीके से दे दिया है जिनमें नपा की लाइब्रेरी के नीचे
संचालित दुकान, होटल मंदाकनी
के बगल से संचालित कियोस्क बैंक तथा तहसील कार्यालय के पास की दुकानो में
ई-गर्वेनेंस की मशीन संचालित कर आधार बनाई
जा रही है। जिनके द्वारा उपभोक्ताओ से मनमाना रूपए वसूला जा रहा है।
आधार के नाम पर हो रही अवैध वसूली
जिले में आधार कार्ड बनवाने के लिए जहां उपभोक्ताओ से सिर्फ अपडेशन फीस २५
रूपए लेकर नि:शुल्क बनाया जाना है, लेकिन ई-गर्वेनेंस अधिकारी की मिलीभगत से उपभोक्ताओ को लूटा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार ई-गर्वेनेस की आधार
मशीन को कमीशन के चक्कर में प्राइवेट सेक्टर में नियम विरूद्ध लगा दी गई है, जिसका फायदा उठाते हुए प्राइवेट सेक्टरो द्वारा आधार कार्ड बनवाने पहुंचने
वाले उपभोक्ताओ से फीस के नाम, आधार की द्वितीय कॉपी तथा आधार को मोबाइल से लिंक करने के नाम पर रूपए की
वसूली की जाकर उपभोक्ताओ को परेशान किया जा रहा है।
इनका कहना है
मै मामले की जानकारी लेता हू, अगर ई-गर्वेनेस की आधार मशीन का उपयोग प्राइवेट सेक्टर में हो रहा है तो
ऑपरेटर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
विकास सिंह, प्रबंधक
ई-गर्वेनेस अनूपपुर
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