विधानसभा कोतमा
अनूपपुर।
विधानसभा चुनाव की आहट से कोतमा विधानसभा क्षेत्र में दिखने लगी है अटकलो का दौर
जारी है। विधानसभा क्षेत्र मे किसका परचम लहराएगा क्या पंजा वापस आएगा या इस बार
केसरिया परचम लहराएगा कोतमा विधानसभा शहडोल संसदीय की इकलौती सामान्य सीट है ऐसे
मे माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उक्त सीट पर जमकर घमासान देखने को
मिलेगा। जंहा एक ओर कांग्रेस इस सीट पर दोबारा जीत दर्ज कराना चाहेगी वही दूसरी ओर
भाजपा के लिये करो य मरो कि स्थित होगी। किन्तु दोनो दलो के लिए आसान नही होगी जहा
एक ओर भाजपा को अपनो से चुनौती मिलेगी वही दूसरी ओर कांग्रेस का कमजोर संगठन जो
बीते 5 वर्षो में मौजूदा बिधायक की कार्यप्रणाली कांग्रेस के लिए मुसीबत का सबब बन
सकती है। स्मरणीय है कांग्रेस के मौजूदा विधायक ने बीते चार वर्षो में संगठन को दर
किनार किया है तो दूसरी ओर जनहित के मुद्दो से कोई खास सरोकार रहा है। ऐसे में
कंाग्रेस को चौतरफा चुनौतियो का सामना करना पडेगा। कार्यकर्ताओ की माने तो मौजूदा
विधायक ने गुुटबाजी को बढ़ावा दिया है,संगठन के समनात्तर अपना संगठन बना कर अपनी
चलाई है। जिससे क्षेत्र के कार्यकर्ताओ में विधायक के प्रति खासे नाराज है,वैसे भी कार्यकर्ताओ की कमी से जूझ रही है ऐसे में कांग्रेस की विजय पताका
लहराएगी यह कहना जल्दबाजी होगी। कार्यकर्ताओ का आक्रोश कांग्रेस के लिए भारी पड़
सकता है वही दूसरी ओर कोतमा और बिजुरी के स्थानिय निकाय चुनावो में हार का सामना
करना पडा है। लोकसभा उपचुनाव मे भी कोतमा विधानसभा क्षेत्र मे कांग्रेस पराजय का
मुह देखना पड़ा है। तो वही भाजप में जमकर गुटबाजी देखने को मिल रही है,जिसे देखो वही दावेदारी ठोक रहा हैै किन्तु अभी तक ऐसा कोई नही जो पार्टी के
काम में खरा उतरा हो सभी कही न कही पार्टी को अधेरें में रख कार्य को अंजाम दिया
है चाहे कोतमा और बिजुरी के स्थानिय निकाय
चुनावो हो सबने अपनी राजनीतिक रोटी सेकीं है। इसका विषलेशण अभी नही किया जा सकता
आने वाले दिनो में होगा।
वैसे भी कोतमा
विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवारो
की फेहरिस्त लंबी है यहा पर एक अनार सौ बीमार की कहावत चरितार्थ होती है, भाजपा के लिए उम्मीदवारो की
सर्वसम्मति बनाकर उपयुक्त उम्मीदवार का चयन करना आसान नही होगा। विधानसभा क्षेत्र
में कांग्रेस की अपेक्षा भाजपा का संगठन बहुत मजबूत स्थिति में है। मगर गुटबाजी
भाजपा के नेताओ के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
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