प्रदूषण नियंत्रण
और श्रम नियमों की उड़ा रहे धज्जियां
अनूपपुर। कोतमा क्षेत्र
अंतर्गत नेशनल हाईवे स्थित डिपो के पास
चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट का संचालन संचालक द्वारा बिना मापदंडो को पूरा
किए संचालित किया जा रहा है। जिसमें प्रदूषण नियंत्रण नियमों की अवहेलना, बिना अनुमति खनिज का भंडारण, मजदूरो की सुरक्षा, बिना वन विभाग के एनओसी तथा श्रम विभाग और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा
विभाग के नियमो को दर किनार करते हुए रिहायशी क्षेत्र में उद्योग का संचालन किया
जा रहा है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को प्रदूषण से
परेशान होना पड़ रहा है।
पर्यावरण
नियमों का खुला उल्लंघन

मजदूरों की
सुरक्षा पर उठे सवाल
फ्लाई ऐश
ब्रिक्स के संचालक द्वारा श्रम विभाग के नियमों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए यहां
काम करने वाले मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। जहां कार्य करने वाले मजदूरों को
कार्य का निर्धारित भुगतान नही दिए जाने तथा कार्य के दौरान मजदूरों की सुरक्षा व
अन्य उपकरणों के बगैर ही उनसे कार्य करवाया जा रहा है। वहीं प्लांट में कार्य करने
वाले मजदूर धूल एवं डस्ट के के बीच कार्य कर संक्रमण से ग्रसित हो रहे है।
नहीं है वन
विभाग की एनओसी
जानकारी के
अनुसार चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट के संचालन द्वारा प्लांट संचालन के लिए
वन विभाग से एनओसी तक नहीं ली है, जबकि उक्त प्लांट में
ट्रैक्टर के माध्यम से रेत भंडारण के साथ बड़ी-बड़ी मशीनो का संचालन किया जा रहा
है। इतना ही नही फ्लाई ऐश ब्रिक्स के निर्माण के लिए संचालक द्वारा खनिज विभाग से
बिना अनुमति के ही रेत एवं अन्य खनिजों पदार्थो का का अवैध तरीके से भंडारण किए
हुए है।
इनका कहना है
नियम के विपरीत
चंद्रलोक फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट का संचालन किया जा रहा है, जिसमें संचालक द्वारा वन विभाग से एनओसी नहीं ली है।
आर, एस. त्रिपाठी, रेंजर वन विभाग कोतमा
इनका कहना है
अगर ब्रिक्स
प्लांट में प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
डी.एन. पटेल, प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी शहडोल
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