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बुधवार, 3 मई 2023

चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से परेशान मरीज, इलाज न मिलने से परेशान व निराश लौटे

चिकित्सकों ने सरकार पर वादा खिलाफी व मरीजों को परेशान करने का लगा आरोप अनूपपुर। सरकारी चिकित्सकों ने दो दिन की आंशिक हड़ताल कर सरकार को चेतवनी देने के बाद आज 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। बुधवार को अपनी मांगों को लेकर काम बंद अनूपपुर जिले 51 सरकारी चिकित्सकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। जिले के चिकित्सालयों में तैनात सभी सरकारी चिकित्साक काम बंद हड़ताल जिला चिकित्सालय के सामने पंडाल लगाकर अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की करते हुए मांगो को शीघ्र पूरा करने की मांग की हैं। इस दौरान मरीजो को अपने इलाज के लिए परेशान होना पड़ा। वहीं हड़ताल से मरीजो को राहत देने के लिए आयुष चिकित्सकों, निजी चिकित्सालय एवं एसईसीएल जमुना कोतमा के चिकित्सकों के साथ सीएचओ की तैनाती विभिन्न चिकित्सालयों में की गई है। वहीं दोपहर तक 2 सौ से अधिक मरीजों ने अपने इलाज के लिए पर्ची कटाई किन्तु चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से बिना इलाज के लौटना पड़ा। डीएसीपी योजना को लागू करने सहित अन्य मांगो को लेकर मध्यप्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ जनवरी से हड़ताल करता आ रहा है। आज एक बार फिर जिले भर के 51 चिकित्सकों ने जिला चिकित्सलय के सामने धरने पर बैठ गए हैं। मध्यप्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष जनक सारीवान ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जल्दी आपकी मांगे पूरी कर दी जाएंगी। बावजूद इसके आज तक मांगे पूरी नहीं हो सकी। जिसके चलते जिले भर के चिकित्सकों को हड़ताल पर बैठना पड़ा हैं। हड़ताल में जाने से जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी सेवा समेत सभी सेवाएं बाधित हो रही हैं। एसईसीएल के डॉक्टर दे रहे हैं सेवा जिला चिकित्सालय के सभी डॉक्टरो के हड़ताल पर चले जाने के बाद मरीजों की परेशानी को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एससी राय ने एसईसीएल के 2 चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई हैं। जिससे मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े। लेकिन उसके बाद भी जिला चिकित्सालय में कई इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित हैं, ओपीडी में दोपहर तक एसईसीएल के चिकित्साकों सहित सिविल सर्जन, आयुष चिकित्सक व सीएचओ की तैनात रहें। वहीं शाम को किसी भी आयुष चिकित्सक तैनात है। जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं के प्रसव की स्थिति में एक भी महिला चिकित्सक उपस्थित नहीं हैं। सीएमएचओ ने बताया कि सामान्य डिलीवरी नर्स कराएंगे। वहीं इमरजेंसी होने पर गर्भवती महिला को रेफर किया जाएगा। ज्ञात हो कि जिला चिकित्सालय में 2 मई को 2 बच्चों के जन्म हुए थे। जिनका वजन 500 ग्राम है एवं उनकी स्थिति भी गंभीर है। उनकी देखरेख सिविल सर्जन ही कर रहे हैं। पुष्पराजगढ़ में पोस्टमार्टम के लिए नहीं मिले चिकित्सक सीएमएचओ एससी. राय ने बताया कि पुष्पराजगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक पोस्टमार्टम के लिए एक शव रखा हैं। शव के पोस्टमार्टम के लिए एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं है। चिकित्सक की व्यवस्था कर पुष्पराजगढ़ भेजा जा रहा है। उसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम हो सकेगा। इन चिकित्सकों की गई तैनाती जिला चिकित्सालय में एसईसीएल जमुना कोतमा के चिकित्सक की तैनाती की गई हैं। निजी चिकित्सक सुनील गुप्ता की ड्यूटी जैतहरी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लगाई गई हैं। वहीं नर्सिंग होम के चिकित्सक रिपेश कुमार कुशवाहा की ड्यूटी जिला चिकित्सालय अनूपपुर में लगाई गई। निजी चिकित्सालय के चिकित्साक नितिन कुमार श्रीवास्तव की ड्यूटी पुष्पराजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाई गई हैं। इस तरह से अलग-अलग निजी चिकित्सकों की सेवाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों को देखते हुए लगाई गई हैं। इसके साथ ही सीएचओ सीएचसी फुनगा लता श्रीवास्तव, अनूपपुर संगीता वर्मा, जैतहरी अनीता वर्मा ,जैतहरी सुनीता सिंह, बिजुरी रिचा रानी सिंह, कोतमा में मधु सिंह की ड्यूटी लगाई गई हैं। संविदा कर्मचारी पहले से ही हड़ताल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पहले से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहें है। जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत 450 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किए जाने से चिकित्सालय में स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी से उतर गई है।

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