

तोडवा दिए कच्चे मकान
ग्राम पंचायत
गिरारी खुर्द में पीएम आवास योजना में तकनीकि स्वीकृति को लेकर सरपंच, सरपंच पति, सचिव तथा सचिव पति द्वारा रूपए लेकर
गरीब आदिवासियो के कच्चे मकान को तोडवा दिया गया। वहीं अब इन्हे पीएम आवास योजना
का लाभ नही मिल पाने के कारण उनके कच्चे घर भी टूट चुके है। जिससे अब उन्हे रहने
के लिए भी छत नसीब नही हो रहा है।
सरपंच-सचिव पति की मनमानी
ग्रामीणों ने
शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत गिरारी खुर्द का सरपंच हेमबती बाई, सरपंच पति भंवर सिंह, सचिव लक्ष्मी बाई तथा
सचिव पति जितेंद्र बघेल का पूरे पंचायत के निर्माण कार्य एवं योजनाओ में अनियमितता
की जा रही है। जहां शासन की किसी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर 5 हजार रूपए की मांग की गई है, जिसमें पहली किश्त 1500 रूपए, तकनीकि स्वीकृति के नाम पर 1500 रूपए तथा तीसरी किश्त
के रूप में दो हजार रूपए लिए गए। लेकिन उन्हे पीएम आवास योजना का लाभ नही मिलने पर
हितग्राहियो ने शिकायत एसडीएम से की।
पतियो द्वारा की जा रही ठेकेदारी
ग्रामीणों ने
बताया कि सरपंच एवं सचिव पतियो ने अपना-अपना फर्म भी बना रखा है, जो ग्राम पंचायत के सभी कार्यो में ठेकेदारी का कार्य भी कराते है। जिसमें
घटिया निर्माण कार्य कर रूपए का बंदरबांट कर लिया जाता है। जिसका जीता जागता
उदाहरण गिरारी में सीसी सड़क जो कि कुछ ही महीनो में इतना जर्जर हो चला है कि यहां
पैदल चलना भी दुर्भर हो चला है।
इनका कहना है
ग्रमीणों की
शिकायत के आधार पर जांच की गई है, जांच में रूपए लेने का
मामला सही है।
जागृत सिंह, पंचायत
इंस्पेक्टर पुष्पराजगढ़
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