https://halchalanuppur.blogspot.com

रविवार, 6 मई 2018

व्रतबंध की सामुहिकता से मजबूत होता ब्राह्मण समाज, संदर्भ- 4 मई, उपनयन संस्कार

नजरिया -- मनोज द्विवेदी, कोतमा
अनूपपुर।
ब्राह्मण समाज सुधार एवं सेवा समिति तथा अन्य ब्राह्मण समाज संगठनों के सहयोग से 4 म ई 2018 को विवेकानन्द स्मार्ट सिटी अनूपपुर मे आयोजित बटुकों के नि: शुल्क सामूहिक उपनयन संस्कार के सराहनीय आयोजन की सफलता से उत्साहित ब्राह्मणों ने अब फरवरी 2019 मे कोतमा मे ऐसा ही आयोजन करने का संकल्प लिया है। महज 6-8 माह के अन्तराल मे सामाजिक कार्यक्रम करने का संकल्प वस्तुत: कार्यक्रम की सफलता व इससे आयोजको की समाज को मजबूत बनाने के संकल्प को रेखांकित करता है। अनूपपुर जिले मे ब्राह्मणों की अच्छी खासी प्रभावी संख्या होने के बावजूद कोई विशेष तवज्जो न मिलने की पीडा समाज के लोगों को रही है। अमरकंटक, राजेन्द्रग्राम, अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा,पसान,बिजुरी मे  ब्राह्मण  समाज की लगभग दो दर्जन से अधिक बैठकों को नजदीक से देखने का अवसर मुझे मिला। समाज के वरिष्ठ विप्र जनों से चर्चा मे हमेशा यह चिन्ता सामने आती रही है कि ब्राह्मण समाज मे शिक्षा, व्यवसाय, आचार व्यवहार के साथ आन्तरिक सुधार की जरुरत महसूस की गयी। छिन्न भिन्न प्रबुद्ध वर्ग को एकजुट रखना बडा चैलेन्ज हमेशा रहा है। विभिन्न मुद्दो पर मतैक्यता होने के बावजूद चार मई के सामूहिक उपनयन संस्कार मे आयोजको तथा सम्मिलित विप्रजनों मे व्यापक उत्साह देखा गया है। जहां ब्राह्मण समाज सुधार एवं सेवा समिति के साथ हम जैसे बहुत से सामान्य कार्यकर्ताओं ने महीनों पूर्व से तैयारी की तो दूसरी ओर जिले के कोने कोने से बटुकों की लक्षित संख्या से अधिक का आगमन शुभ संकेत माना गया। कार्यक्रम दिवस पर प्रात: 8 बजे से सायं 4 बजे तक विप्रजनों का सतत आगमन बना रहा। समाज के युवाओं पूरे समय सेवा भाव से मोर्चा संभाले रखा। प्रात:से बटुक, बच्चे, महिलाओं, बेटियों,युवाओं,वरिष्ठ जनों की हजारों संख्या मे आगमन आनंदित करने वाला था। 85-90 वर्ष के बहुत से बुजुर्ग पधारे तो कोतमा के लोढी,सड्डी,निगवानी,पयारी,जर्राटोला,दुलहीबांध, बेलहापयारी,दारसागर,पुष्पराजगढ के अमरकंटक,बेनीबारी ,तुलरा अनूपपुर के लगभग सभी स्थानों से बडी संख्या मे लो्ग आए,दिन भर अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। परमपूज्य आचार्य गणों,पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण ,पूजा - अर्चना से समूचे वातावरण को पवित्र कर दिया। जो जहाँ जिस योग्य था,अपनी यथा शक्ति सहभागिता तय कर रहा था। देर शाम तक आयोजन चला। संतो- साध्वी जी ने आशीर्वाद प्रदान किये। समाज की एकजुटता, कल्याण के लिये समर्पित कार्यक्रम अत्यंत सफल,सराहनीय, अनुकरणीय माना गया। आयोजन की सफलता के लिये शीर्ष नेत्रत्व रामनारायण उर्मलिया की संकल्प शक्ति की जितनी सराहना की जाए कम है। कार्यक्रम के पूर्ण सफल होने के बाद इसकी समीक्षा लंबे समय तक होती रहेगी। लेकिन मेरा व्यक्ति गत मानना है कि हर सफल आयोजन हमारा मनोबल बढाता है। विगत कुछ वर्षों मे ब्राह्मणों मे असुरक्षित होने के भाव ने एकजुटता का लक्ष्य प्रदान किया है। समूचे समाज को मजबूत करने के लिये जिस स्तर पर कार्य किया जा रहा है,छोटे - मोटे विचारभिन्नता के बावजूद ब्राह्मण समाज के प्रत्येक आयुवर्ग मे गजब की चेतना प्रवाहित हुई है।
समाज ने संस्कार कार्यक्रमों मे अपव्यय रोकने, सामुहिकता-एकजुटता बढाने,विधवा विवाह, सामूहिक विवाह करने,देश-समाज को मजबूत बनाने हेतु कार्य करने,स्वच्छता प्रयास जारी रखने,संस्कारों को मजबूती से अपनाने की दिशा मे संकल्प लिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोहरे हत्याकांड का का खुलासा: एक प्रेमिका दो प्रेमी बना हत्या का कारण

नबालिक सहित दो गिरफ्तार, भेजे गये न्यायिक अभिरक्षा  अनूपपुर। एक प्रेमिका दो प्रेमी के विवाद में एक प्रेमी युवक ने अपने नाबालिग साथी के साथ म...