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सोमवार, 17 मई 2021

आदिवासी बाहुल्य अनूपपुर जिले में कभी नहीं हुआ ऑक्सीजन संकट, जिम्मेदारों ने निभाई जिम्मेदारी बने हीरो


शहडोल,
उमरिया और सीधी को करता आपूर्ति,खपत एवं आपूर्ति के लिये हेतु विशेष दल नियुक्त

अनूपपुर कोरोना संकट से निपटने हेतु शासन प्रशासन के साथ विभिन्न समाजसेवी संगठन युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं। सभी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने हेतु सतत प्रयास किए जा रहे हैं। अनूपपुर जिले में भी इस प्रयास में प्रदेश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। मध्यप्रदेश के सुदूर पूर्वी अंचल में स्थित आदिवासी बाहुल्य इस जिले में विभिन्न सुविधाओं का उपलब्ध होना, शासन प्रशासन के प्रयासों, बेहतर प्रबंधन एवं उत्कृष्ट क्रियान्वयन को परिलक्षित करता है।

जिले में कैसे किया गया ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुनिश्चित

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित प्रबंधन से ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति जिले में बेहतर तरीके से सुनिश्चित की गयी है। इस अभियान में उन्हें शासन के सहयोग के साथ-साथ समर्पित ऑक्सीजन हीरोज का साथ भी प्राप्त हुआ। ऑक्सीजन की सुचारु सप्लाई हेतु मरीजों की अनुमानित संख्या अनुसार बेड हेतु प्रयुक्त सिलिंडर के साथ-साथ स्टॉक में पर्याप्त सिलिंडर की उपलब्धता एवं सप्लाई हेतु आवागमन में प्रयुक्त सिलिंडर तीनो घटकों को ध्यान में रखकर 100-200-200 के फार्मूला पर काम किया गया। जिला चिकित्सालय में प्रारम्भ में मात्र 182 ऑक्सीजन सिलिंडर थे जो कि अब बढक़र 500 हो चुके हैं। बेहतर कार्य योजना एवं क्रियान्वयन से ऑक्सीजन सप्लाई की सशक्त चेन स्थापित की गयी जिससे जिले में अब तक ऑक्सीजन सप्लाई की परेशानी नही हुई। साथ ही ऑक्सीजन सप्लाई हेतु एक से अधिक स्त्रोतों को चिन्हित किया गय। जैतहरी के सद्गुरु ऑक्सीजन रिफिल प्लांट को फिर से शुरू करने की कवायत की गयी, भिलाई स्टील प्लांट से टैंकर न होने के कारण लिक्विड ऑक्सीजन के न मिलने पर गाजियाबाद से 20 टन क्षमता का टैंकर निर्माण कर बुलाया गया, ताकि ऑक्सीजन की सुचारु रूप से आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

जिम्मेदारों ने निभाई जिम्मेदारी,बने हीरो

कलेक्टर ने ऑक्सीजन की सतत आपूर्ति हेतु खपत निगरानी एवं परिवहन हेतु विशेष दलों का गठन किया गया। जिन्होने जिम्मेदारी निभाते हुए प्राणवायु की आपूर्ति हेतु प्रयास किए गए। सिंगरौली-जैतहरी-सूरजपुर से एक साथ सिलिंडर की फिलिंग एवं उनकी समय से सप्लाई सुनिश्चित की गयी। इस कार्य के लिए कार्यपालन यंत्री पीएचई संतोष साल्वे, सहायक यंत्री पीएचई अली असगर, तहसीलदार शशांक शिंदे, दीपक तिवारी, उपयंत्री पीआईयू अजीत एवं फार्मासिस्ट जिला चिकित्सालय अनूपपुर संतेश्वर जिन्हें पता हैं कि ऑक्सीजन हर एक पल कीमती है इस हेतु लोडिंग-अनलोडिंग कार्य योजना बनाकर उसे मुकाम तक पहुंचाने में भी महारत हासिल की। यही कारण रहा कि जिले में अब तक ऑक्सीजन की कोई कमी नही हुई।

इस अभियान में औद्योगिक संस्थानो एवं जनप्रतिनिधियों का भी सक्रिय सहयोग मिला। ऑक्सीजन सप्लाई के विभिन्न घटकों में फ्लो मीटर की समस्या का तत्परता से निदान किया गया। आज अनूपपुर शहडोल, उमरिया और सीधी को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति में मदद कर रहा है। इसके साथ ही सिलिंडर और ऑक्सीजन सप्लाई पर निर्भरता कम करने हेतु ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर का प्रयोग भी प्रारम्भ किया गया है। जिले में वर्तमान में 50 से अधिक कॉन्सन्ट्रेटर चालू हैं जिन्हें 100 तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है।


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