संतो ने दर्ज कराया मामला
अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जन जातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में संकाय अघ्यक्ष सामाजिक विज्ञान प्राध्यपक राकेश सिंह ने सोशल मिडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी से बहुसंख्याक समुदाय की धर्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
शुक्रवार को सोशल मिडिया में राकेश सिंह ने धर्मिक भावनाओं को आहत करते हुए टिप्पणी जिससे लोगो का गुस्सा सोशल मिडिया फूट पड़ा। लोगों ने लिखा छात्रों के बीच मे शिक्षा की ज्योति जलाने के लिए विश्वविद्यालय में पदस्थ इस घटिया हरकत की वजह से पूरा विश्वविद्यालय परिसर दागदार हुआ हैं। सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जब लोगों ने भड़स निकालने लगें तो उन्होंने इस टिप्पणी को हटा दिया। कुछ लोगों ने इसका स्क्रीनशट लेकर अन्य सोशल मिडिया में वायरल कर दिया।
क्या लिखा सोशल मिडिया में
प्राध्यपक राकेश सिंह ने सोशल मिडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए लिखा कि यदि ईश्वर शरीरी होता अथवा जमीन पर होता तो आज जूते खाता मैं आज आश्वस्त हो गया हूँ या तो ईश्वर हैं नही यदि है तो परम् हरामी है। इस टिप्पिणी के बाद मानो धार्मिक संगठनों ने जबाब देना शुरू किया स्वयंसेवक दिनेश साहू ने लिखा कि भगवान तो आस्था का विषय है आप छोडि़ए वो खाता कि नहीं यह तो पता नहीं पर इंसान अपनी हरकतों की वजह से जरूर जूते खाता है। इसके बाद एक के बाद एक टिप्पणी होते देख प्रोफेसर ने बिना देर किये उसे हटा दिया।
प्राध्यपक राकेश सिंह ने इसे स्वीकार करते हुए बताया कि यह टिप्पणी मैंने किसीकी धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए नहीं की मैंने इस कोरोना में 28 सहयोगी एवं परिचितों को खोने का दुख और गुस्से में की गई थी। जिसे बाद में लगा कि मैंने गलत लिखा हैं फिर हटा लिया।
वहीं इस मामले को लेकर अमरकंटक के साधू संतो में जबरदस्त अक्रोश हैं। शनिवार को शांति कुटी के मंहत रामभूषण दास ने अमरकंटक थाने में मामला पंजीबध्द कराया हैं। इसी तरह संगठनों द्वारा जिले के अन्य थानों में भी मामला दर्ज कराया जायेगा।
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