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शनिवार, 24 अप्रैल 2021

ऑक्सीजन उत्पादन पर संकट 4 दिनों से बंद रिफलिंग प्लांट, नहीं हो रही एलएमओ की आपूर्ति


30
किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट को एलएमओ के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता

अनूपपुर। एक तरफ जहां पूरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हैं वहीं अनूपपुर जिलें के  जैतहरी स्थित खूंटाटोला का ऑक्सीजन प्लांट पिछले चार दिनों से केमिकल्स की उपलब्धता के अभाव में बंद पड़ा है। यहां से जिले के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई है। ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन को पर्याप्त मात्रा में एलएमओ(लिक्विड) उपलब्ध नहीं होने के कारण चार दिनों से ऑक्सीजन प्लांट में एक भी सिलेंडर की रिफिलिंग नहीं हो पाई है। जबकि अभी इसकी कोई आशा नजर नहीं आ रहीं हैं। जहां से प्रतिदिन लगभग 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल किए जाने की क्षमता है। लेकिन एलएमओ केमिकल्स की उपलब्धता नहीं होने से अनूपपुर तथा शहडोल जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति यहां से बंद कर दी गई है। वहीं जिले में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए वर्तमान में मेडिकल कॉलेज से वैकल्पिक रूप में अनूपपुर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति कराई जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार जिले में वर्तमान में 38 मरीज गम्भीर मरीज हैं, जिन्हें रोजाना 2500 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। अगर मरीजों की संख्या अधिक बढ़ती है तो यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है। जानकारों का मानना है कि जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट का विपदा के इस घड़ी में बंद होना बड़ी कमी मानी जा सकती है। वर्तमान में देश के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

20 केएल का हैं टैंक, 30 किलो क्षमता का प्लांट

जैतहरी के ग्राम खूटाटोला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन 30 किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट है। जहां प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग की जा सकती है। ऑक्सीजन रिफिलिंग में उपयोग होने वाले एलएमओ(लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) के लिए प्लांट संचालक को भिलाई ,नागपुर, उड़ीसा तथा गुजरात के केमिकल्स सप्लायर पर निर्भर रहना पड़ता है। जैतहरी के ऑक्सीजन प्लांट में 20 केएल की टंकी लगी है। अगर गुजरात से मांगी गई एलएमओ मिल जाती है तो यहां लगभग 30 केएल की क्षमता और बढ़ जाएगी और अधिक मात्रा में गैस का उत्पादन सम्भाव हो सकेगा। लिक्विड टैंकर के लिए ऑक्सीजन कंपनी के द्वारा गुजरात की सुपर क्रायोनिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को अक्टूबर माह में निर्धारित राशि जमा करते हुए इसे प्रदान करने की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक टैंकर कंपनी को नहीं मिल पाया है यदि यह लिक्विड टैंकर कंपनी को मिल जाए तो ऑक्सीजन की समस्या कम हो जाएगी। लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी यह कंपनी को नहीं मिल पाया है।

उपलब्धता पर अधिकारियों की बैठक,नहीं निकला हल

ऑक्सीजन प्लांट के संचालक भास्कर मिश्रा ने बताया कि कुछ महीने पूर्व एलएमओ की खरीदी की गई थी। लेकिन जैसे ही कोरोना के दूसरे चरण की शुरुआत हुई तब से एलएमओ प्रदान करने वाले राज्य सरकारें तथा स्थानीय प्रशासन के द्वारा पाबंदियां लगा दिया गया। कंपनियों के द्वारा इसकी सप्लाई नहीं दी जा रही है। जिसकी जानकारी कलेक्टर के प्लांट आगमन पर उन्हें दी गई थी। इस मामले में पिछले 6 दिनों से लगातार अधिकारियों की बैठक हो रही है। लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है। शहडोल से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। अधिकारियों व प्रदेश खाद्य मंत्री से चर्चा की गई थी। मंत्री और प्रशासन ने बैठक भी बुलाया था। व्यवस्था बनाने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन अबतक कोई रास्ता नहीं निकला है।

एसडीएम जैतहरी विजय डेहरिया ने बताया कि देर रात और शनिवार का भी प्लांट संचालक से चर्चा की किन्तु लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन अभी तक कहीं से नहीं मिल रहा जबतक नहीं मिलेगा तबतक उत्पादन सभ्भव नहीं।

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