एसपी से हुई शिकायत, विवेचक को हटाने एसपी ने निर्देश
अनूपपुर। कोतवाली अनूपपुर का एक एैसा मामला सामने आया जहां अपराधिक मामले में नाम जोडने व हटाने व बिना अपराध की जानकारी दिए जमानत करवाने के नाम थाना बुला 10 हजार रूपए की मांग किए जाने की षिकायत पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन से की गई है। जिसके बाद 12 जून को प्रार्थी पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन के पास पहुंच बिना अपराध बताए जमानत करवाने के नाम पर थाना अनूपपुर बुलाया गया तथा जब किए गए अपराध के संबंध में जानकारी की गई तो पुलिस द्वारा अभद्रता की गई। मामले में प्रार्थी लालदास राठौर ने पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन को मौखिक शिकायत कर बताया कि कोतवाली थाने में पदस्थ एएसआई पोषक सिंह बघेल ने 11 जून को फोन कर अपने साथ संजय पटेल एवं अमर सिंह पटेल की जमानत करवाने थाना बुलाया गया तथा मामले में संजय पटेल को मैनेज किए जाने पर छोडे दिए जाने की बात कही गई। जहां 12 जून की सुबह लगभग 11 बजे कोतवाली अनूपपुर पहुंचे लालदास पटेल पिता स्वण् मोहन पटेल ने एएसआई से किए गए अपराधो की जानकारी चाही गई। जिस पर एएसआई ने उपनिरीक्षक एण्पीण् सूर्यवंषी के पास ले गए। जहां प्रार्थी के साथ अभ्रदता व अपषब्दो का प्रयोग किए जाने की षिकायत की गई।
यह है मामलाजानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम दुलहरा में 22 मई की रात लगभग 9 बजे हुए हंगामे में संजीव कुमार पटेल की पत्नी की षिकायत पर संजीव पटेल के खिलाफ पुलिस ने धारा 294ए 323, 506, 452 एवं 34 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था। वहीं मामले में गांव के लोगो में लालदास पटेल, संजय पटेल एवं अमर सिंह को गवाह बनाया गया। जिसके बाद मामले में पुलिस ने तीनो के बयान के लिए जहां 12 जून को बुलाया जाना था। वहीं एएसआई पोषक सिंह ने लालदास पटेल को फोन कर तीनो को जमानत करवाने का नाम लेकर थाना बुलाया गया जहां उन्होने जमानत करने के पहले किए गए अपराधो की जानकारी चाही गई। लेकिन बिना कुछ बताए उपनिरीक्षक एण्पीण् सूर्यवंषी ने अपषब्दो का प्रयोग कर पूरे गांव को मामले में फंसा देने की बात कही गई।
पहले भी ले चुके 10 हजार
लालदास पटेल ने पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन को शिकायत में बताया कि इस मामले में कोतवाली अनूपपुर में पदस्थ उपनिरीक्षक ए.पी. सूर्यवंशी द्वारा मुझे मामले में फंसा देने के नाम पर 10 हजार रूपए ले चुके है। वहीं फिर से मुझे और संजय पटेल एवं अमर सिंह पटेल तीनो को जमानत के नाम पर थाना बुलाए थे। जहां मैने जमानत किए जाने का कारण पूछा जिस पर पुलिस ने मुझे कोई जानकारी नही उल्टे ही अभद्रता करते हुए पूरे गांव को फंसाने के साथ ही छोडे जाने के नाम पर 10 हजार रूपए की मांग की गई है। शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने तत्काल कोतवाली वीभेन्द्रु वेंकट टांडिया को फोन कर मामले की जानकारी चाही गई। जिस पर कोतवाली प्रभारी ने मामले में अनभिज्ञता जताते तथा लालदासए, संजय पटेल एवं अमर सिंह के बयान लेने की बात कही गई। जहां पुलिस अधीक्षक ने तत्काल विवेचक से केस का प्रकरण अपने हाथ में लेने के निर्देश दिए।
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