https://halchalanuppur.blogspot.com

शनिवार, 3 दिसंबर 2022

6 दिनों जिले के सिर्फ 5 उपार्जन केंद्रों 1223 क्विंटल धान खरीदी, 80 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य

खरीदी दिन भी नहीं पहुंच रहें किसान, 27 उपार्जन केंद्रों खरीदी एक भी नहीं अनूपपुर। जिले में धान खरीदी का कार्य 28 नवंबर से प्रारंभ हो गया है। जहां 32 धान खरीदी केंद्रों में 17 हजार 138 किसानों से धान की खरीदी की जानी है। 6वें दिन भी 30 उपार्जन केंद्रों मे एक भी कृषक अपनी फसल बेचने के लिए इन उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंचा। जिसके पीछे की वजह बताई जा रही है कि जिले में धान की कटाई अभी पूरी नहीं हो पाई है। गत वर्ष भी उपार्जन की तिथि प्रारंभ होने के एक सप्ताह बाद ही कृषक खरीदी केंद्र तक पहुंचे थे। वर्षा की वजह से इस बार जिले में धान की बुवाई का कार्य पिछड़ गया था, 10 दिसंबर के बाद से ही खरीदी केंद्रों तक कृषकों के पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं 3 दिसबंर तक जिले के 5 उपार्जन केंद्रों में सिर्फ 1223 क्विंटल धान खरीदी गई है। शेष सभी उपार्जन केंद्रों में अभी भी अन्नदाता का इंतजार किया जा रहा है तैयारी अब तक अधूरी भले ही धान खरीदी की तारीख आ गई है किंतु अब तक उपार्जन केंद्रों में मूलभूत सुविधाओं के इंतजाम नहीं हो सके हैं। यहां रुकने के लिए शेड, शौचालय और बैठने तक की व्यवस्था नहीं हो पाई है। 3 दिसंबर को अधिकांश उपार्जन केंद्रों में समिति प्रबंधक व्यवस्थाओं की तैयारी में जुटे रहे। बिजली और धान को सुरक्षित रखने के संबंध में व्यवस्था बनाई जा रही थी जबकि अन्नदाता के पेयजल के संबंध में जानकारी ली गई तो सभी ने अनभिज्ञता ही व्यक्ति की। रकबा और किसान दोनों घटे धान उपार्जन के लिए 32 खरीदी केंद्र बनायें गयें हैं वहीं 2 केंद्र बनाने की प्रक्रिया जारी हैं। वहीं इस वर्ष धान उपार्जन के लिए कराए गए पंजीयन में फसल का रकबा और पंजीकृत किसानों की संख्या में कमी आई है, गत वर्ष जहां 17 हजार 318 किसानों ने अपना पंजीयन कराया था वहीं इस वर्ष 180 किसानों की संख्या घट गई है। इसी तरह गत वर्ष धान की फसल का रकबा 30 हजार 958 हैक्टेयर था जो इस वर्ष 1302 हैक्टेयर घट गया है। जिले में इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य 80 हजार मीट्रिक टन का रखा गया है। इस बार बदली व्यवस्था धान खरीदी की प्रक्रिया प्रारंभ होने के साथ ही भले ही समितियों में व्यवस्था कर दी गई हो लेकिन जिले में धान की बिक्री के लिए एक सप्ताह का समय लगेगा जिसके पीछे की वजह बताई जा रही है कि अधिकांश कृषकों के द्वारा खलिहान में धान की गहाई का कार्य किया जा रहा है। बीते 2 वर्षों में कोरोना संक्रमण की वजह से पंजीकृत किसानों के मोबाइल पर संदेश भेजा जा रहा था, वहीं अब इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया था जिसमे अब कृषक स्वयं ही अपनी फसल बेचने के लिए स्थान और दुकान का निर्धारण कर सकेंगे। किसान द्वारा निर्धारित किए गए स्लॉट के आधार पर ही उसकी फसल की खरीदी की जाएगी। वहीं कुछ किसानों ने बताया कि स्लॉट नहीं हो पा रहीं हैं। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर एसएल प्रजापति का कहना हैं कि सभी उपार्जन केंद्रों में तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है, किसानों के द्वारा फसल बेचना भी प्रारंभ कर दिया गया है। जहां स्लॉट बुकिंग का सवाल हैं वह सर्वर के कारण हो सकता हैं जैसे ही सब ठीक होगा पुन: स्लॉट बुकिंग प्रारंभ हो जायेगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...