बैंक मैनेजर की मदद से दर्ज हुआ मामला, समझौते के बाद अनूपपुर के लिए रवाना हुए युवक
अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित आसपास के गांवों से गुजरात एक निजी कंपनी में काम करने के लिए गए 15 लड़कों पर कंपनी के मैनेजर एवं वाहन चालक ने चोरी का आरोप लगा जमकर मारपीट की। मारपीट में चार युवकों को गंभीर चोट आई है। जिले से संतलाल कोल, सागर कोल, गोपी कोल, हरिओम राठौर, गोविंद कोल, राजकुमार कोल निवासी सिंदूरी, प्रेमलाल चचाई, मुकेश, धन्ने कोल, रोहित रौतेल, देवेंद्र कोल, करन मेहरा, राजाराम राठौर, ओमप्रकाश कोल, अजय कुमार रौतेल, संजय कुमार निवासी क्योटार यह सभी लड़के गुजरात राजकोट में स्थित कोर केबल प्राइवेट लिमिटेड में काम करने के लिए गए थे। 6 महीने तक उन्होंने कंपनी में काम किया।
पिटाई कर बनाया बंधक
संतलाल, मुकेश, शिवम, प्रेमलाल ने बताया
कि 6-7 अगस्त की दरमियानी रात कंपनी से स्क्रैप कॉपर 891 केजी चोरी हो
गया, जिस पर कंपनी ने उप्र के रहने वाले शंकर नामदेव से पूछताछ की।
उसने बिना किसी सबूत के हम चारो पर चोरी का आरोप लगा दिया। इसके बाद कंपनी के वाहन
चालक धावल एवं मैनेजर दीपक ने चारों की केबल से जमकर पिटाई की। इससे संतलाल एवं
प्रेमलाल के पीठ में गंभीर चोट आई। उन्हें मामूली इलाज करा कर छोड़ दिया गया।
कंपनी ने 15 युवकों को बंधक बनाकर कंपनी के अंदर ही रखा एवं उसके आधार
कार्ड एवं मोबाइल को भी जब्त कर लिया हैं।
युवकों ने पास
के ही एक बैंक मैनेजर से मदद मांगी
इसके बाद युवकों
ने अनूपपुर निवासी यूनियन बैंक प्रबंधक भगवानदास राठौर से पूरी कहानी बता मदद
मांगी जिस पर बैंक प्रबंधक भगवानदास ने पुलिस को फोन से घटना की सूचना दी, मौके पर
पहुंची पुलिस ने शंकर नामदेव से पूछताछ की जिसने अपना जुर्म कुबूल करते हुए बताया
कि चोरी मैंने की थी और चोरी का सामान फेंक दिया, लेकिन कोई उसे
उठा कर ले गया। वहीं युवकों ने कंपनी के विरूध मामला दर्ज कराया जिसके बाद युवको और
कंपनी के बीच समझौता हुआ जिस पर मामले को स्थगित कर दिया गया। सभी युवक ने कंपनी
से जान बचाकर घर की ओर रवाना हुए, लेकिन अभी वह घर नहीं पहुंचे रास्ते में हैं।
बैंक प्रबंधक भगवानदास
ने बताया कि निजी कंपनी में कार्यरत अनूपपुर जिले के 15 युवको ने बताया
कि कंपनी के मैनेजर एवं वाहन चालक ने चोरी का आरोप
लगा जमकर मारपीट की। जिस पर इसकी सूचना स्थानिय पुलिस को दी पुलिस ने तत्काल कार्यवाई
करते हुए मौंके में पहुंच कर युवको को छुड़ाया और कंपनी के विरूध मामला दर्ज किया।
इस दौरान सभी युवक डरे हुए थें जिस पर युवको और कंपनी के बीच समझौता हुआ और मामले को
स्थगित कर दिया गया हैं। सभी युवक अनूपपुर के लिए रवाना हो गये हैं।
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