वन विभाग के पास हाथियों को वापस भेजने का नहीं कोई तोड़, अबतक कई घरों में की तोडफोड़, फसलो को पहुचाया नुकसान
अनूपपुर। गत
एक माह से अधिक समय से अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील के वन परीक्षेत्र
के ग्रामीण अंचलों में घरों में तोड़फोड़ कर बाड़ी- खेतों में
लगे धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आधार बनाते रहें हैं। सोमवार को वन
परीक्षेत्र अनूपपुर के सोनमौहरी बीट अंतर्गत ग्राम छुल्हा के खिरनाटोला,अमगवां गांव
के नयाटोला सरईहाटोला, स्कूल के समीप से गुवारी गांव के किनारे होकर मंगलवार की सुबह
जैतहरी में स्थित मोजर बेयर पावर प्लांट में गेट नंबर 5 मठ तालाब के पास बनी
बाउंड्री को एक बार फिर तोड़ते हुए प्लांट के अंदर मिश्रित प्लांटेशन में पहुंचकर
विश्राम कर रहे हैं।
हाथियों के
दूसरी बार मोजर बेयर पावर प्लांट के अंदर प्रवेश करने से प्लांट के अधिकारियों एवं
कर्मचारियों में दहशत की स्थिति बनी हुई हैं। वहीं हाथियों के दल को भगाने के लिए
ग्राम लखनपुर, अगरियानार, खोलईया, केकरपनी, दुधमनिया, गौरेला, गोबरी, पगना, ठेगरहा, बांका, बेलिया, छुल्हा, अमगवां गांव के साथ हाथियों से प्रभावित अनेकों गांव के ग्रामीणों,वन विभाग के
अधिकारियों-कर्मचारियों के नेतृत्व में हाथियों के समूह को भगाते रहें।
हाथियों की
समूह का एक सदस्य ने ग्रामीणों के भगाए जाने पर खुद एवं समूह की सुरक्षा को देखते
हुए बीच-बीच में दौड़ने का प्रयास किया किंतु किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति
निर्मित नहीं हो हुई। इस बीच हाथियों ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया और अंदर रखे
अनाजों को अपना आहार बनाया। निरंतर एक माह से अधिक के समय से हाथियों की उपस्थिति
एवं नुकसान पहुंचाए जाने के कारण आम जन भयभीत हैं। वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त
टीम ग्रामीणों के घर,बाड़ी एवं खेतों में हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन कर
क्षतिपूर्ति का प्रकरण तैयार करने में जुटी हुई हैं।
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